प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रेडियो कार्यक्रम 'मन की बात' (Mann Ki Baat) के जरिए रविवार को देशवासियों को संबोधित किया. मन की बात कार्यक्रम का ये 100वां एपिसोड (100th Episode) था. इस मौके पर पीएम मोदी ने कहा, मुझे आप सबकी हजारों चिट्ठियां और लाखों सन्देश मिले हैं और कार्यक्रम में मैंने कोशिश की है कि ज्यादा से ज्यादा चिट्ठियों को पढूं और देख लूं, संदेशों को समझ कर उसपर अपनी प्रतिक्रिया दूं. उन्होने मन की बात कार्यक्रम के पहले एपिसोड को याद करते हुए कहा कि 3 अक्टूबर 2014 को विजया दशमी का वो पर्व था और हम सबने मिलकर विजया दशमी के दिन 'मन की बात' की यात्रा शुरू की थी. पीएम मोदी ने कहा कि मन की बात के जरिए कितने की आंदोलन खड़े हुए. 'मन की बात' जिस विषय से जुड़ा, वो जन आंदोलन बन गया. खिलौनों की इंडस्ट्री को फिर से स्थापित करने का मिशन मन की बात से ही शुरू हुआ था.
Mann Ki Baat 100th Episode: 'मन की बात' का 100 एपिसोड प्रसारित, बिल गेट्स ने दी पीएम मोदी को बधाई
पीएम मोदी ने कहा कि 'मेरे लिए 'मन की बात' ईश्वर रूपी जनता-जनार्दन के चरणों में प्रसाद की थाल की तरह है. 'मन की बात' मेरे मन की आध्यात्मिक यात्रा बन गया है. 'मन की बात' स्व से समिष्टि की यात्रा है. 'मन की बात' अहम् से वयम् की यात्रा है. आज देश में टूरिज्म बहुत तेजी से ग्रो कर रहा है. हमारे ये प्राकृतिक संसाधन हों, नदियां, पहाड़, तालाब या फिर हमारे तीर्थ स्थल हों, उन्हें साफ़ रखना बहुत ज़रूरी है. ये टूरिज्म इंडस्ट्री की बहुत मदद करेगा.'
पीएम ने कहा कि वो हमेशा ही कहते हैं कि देश में पर्यटन स्थलों की भरमार है इसलिए हमें विदेशों में घूमने जाने से पहले अपने देश के कम से कम 15 टूरिस्ट डेस्टिनेशन पर जरूर जाना चाहिए. और ये भी अनिवार्य रूप से करना चाहिए कि ये जगह आपके राज्य के न हों बल्कि दूसरे राज्य के होने चाहिए. इससे अन्य राज्यों के बारे में आपको जानकारी मिलेगी और देशवासियों को एक दूसरे को समझने में भी आसानी होगी.