MP Election: मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव का ऐलान हो गया है. प्रशासन सरकारी कर्मचारियों को ड्यूटी पर तैनात करे, उससे पहले ही तरह-तरह के बहाने आने शुरू हो गए हैं. कोई ड्यूटी से बचने के लिए बच्चों के बीमार होने की बात कह रहा है, तो कोई खुद के खराब स्वास्थ्य का हवाला दे रहा है. यहां तक कि कोई अपनी सांस की देखभाल के लिए भी छुट्टी लेना चाहता है. हालांकि इनमें से कुछ आवेदन सही भी हैं.
सरकारी कर्मचारी भले ही छुट्टी के लिए आवेदन दे रहे हैं. लेकिन चुनाव आयोग इस बार सख्त है. सरकारी कर्मचारियों की तरफ से आ रहे आवेदनों के साथ लगी मेडिकल रिपोर्ट को इस बार स्पेशलिस्ट डॉक्टरों की टीम से रिव्यू कराया जाएगा और उसके बाद भी छुट्टी मिलेगी.
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बता दें कि इससे पहले सिर्फ मेडिकल रिपोर्ट लगाने के बाद ही कर्मचारियों को आसानी से छुट्टी मिल जाती थी, लेकिन ज्यादा संख्या में इस तरह के आवेदन आने से चुनाव आयोग सख्ती दिखा रहा है.
छुट्टी मांगने वालों में ज्यादातर महिलाएं शामिल हैं. महिला कर्मचारी मातृत्व अवकाश के लिए छुट्टी मांग रही हैं, तो कोई छोटे बच्चे होने का हवाला दे रहा है. नवभारत टाइम्स में छपी खबरों में ऐसा दावा किया जा रहा है. जानकारी के मुताबिक अकेले राजधानी भोपाल में ही चुनाव के दौरान छुट्टी के 200 से ज्यादा मामले सामने आ चुके हैं.