शुभदीप सिंह सिद्धू (Shubhdeep Singh Sidhu) या सिद्धू मूसेवाला (Sidhu Moose Wala) पंजाबी सिंगिंग की दुनिया में तेजी से उभरा सितारा था. सिद्धू मूसेवाला, पंजाब के मनसा जिले के मूसा गांव के रहने वाले थे. वह जितनी तेजी से उभरा, वह हर किसी के लिए एक नजीर है.
11 जून 1993 को जन्मे मूसेवाला को शोहरत "So High" ट्रैक से मिली. मूसेवाला की पहचान पंजाबी सिंगर, रैपर, गीतकार और पंजाबी सिनेमा से जुड़े एक्टर के तौर पर थी. वह चर्चा में विवादों से भी रहे. मूसेवाला के पिता भोला सिंह पूर्व सेनाधिकारी थे, वहीं, मां चरन कौर गांव की सरपंच थीं.
उन्होंने इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में डिग्री हासिल की थी. ग्रेजुएशन के बाद, सिद्धू मूसेवाला कनाडा में शिफ्ट हो गए और वहीं अपना पहला गाना "G Wagon" रिलीज किया. 2018 से उन्होंने भारत में Live परफॉर्म करना शुरू किया.
मूसेवाला को कामयाबी 2017 में आए अपने गाने "So High" से मिली. इस गाने को Brit Asia TV Music Awards में 2017 का Best Lyricist award मिला. इसके बाद उन्होंने "Issa Jatt", "Tochan", "Selfmade", "Famous" और "Warning Shots" से बुलंदियों को छुआ. 2018 में PTC Punjabi Music Awards ने उन्हें "Issa Jatt" के लिए Best New Age Sensation award के लिए नॉमिनेट किया.
2018 के आखिर में, उन्होंने अपना पहला एल्बम PBX 1 जारी किया. एल्बम के बाद, उन्होंने इंडिपेंडेंट रूप से गाना शुरू किया. 2020 में, सिद्धू को द गार्जियन ने 50 नए आर्टिस्टों में शुमार किया. उनके "बंबिहा बोले" गाने ने ग्लोबल YouTube म्यूजिक चार्ट के टॉप 5 में जगह बनाई.
2021 में, Moose Wala ने Moosetape को रिलीज़ किया. इसके गानों ने भी काफी तहलका मचाया. हालांकि, अपने गानों में गन कल्चर को बढ़ावा देने और अपने गीतों में भड़काऊ शब्दों के इस्तेमाल के लिए उन्हें कानून मुश्किलें भी मिली. उन्होंने छठी क्लास से हिप-हॉप संगीत सुनना शुरू किया, और लुधियाना में हरविंदर बिट्टू से म्यूजिक सीखा. 2019 तक, मूसावाला ब्रैम्पटन में रहते था.
शोहरत मिली तो विवाद भी कम नहीं हुए. मूसेवाला की जिंदगी में कौन कौन से बड़े विवाद जुड़े, आइए जानते हैं-
मूसेवाला की करण औजिला के साथ लड़ाई थी. दोनों ने गानों, सोशल मीडिया हैंडल और परफॉर्मेंस के जरिए अक्सर ही एक दूसरे पर हमले किए. दोनों ही सिंगर्स को अक्सर ही अपने गानों में हिंसा को बढ़ावा देने के लिए आलोचना मिली.
4 मई 2020 को, मूसेवाला के दो वीडियो वायरल हुए. एक वीडियो में वह 5 पुलिस अधिकारियों के साथ एके-47 का इस्तेमाल करने के लिए ट्रेनिंग लेते दिखाई दिए और दूसरे में निजी पिस्तौल की. घटना के सामने आने के बाद मूसेवाला की मदद करने वाले 6 पुलिस अधिकारियों को निलंबित कर दिया गया था
दिसंबर 2020 में, मूसेवाला ने अपना सिंगल "पंजाब: माई मदरलैंड" जारी किया. इसमें उन्होंने खालिस्तानी अलगाववादी जरनैल सिंह भिंडरावाले का महिमामंडन किया. गाने में खालिस्तानी समर्थक भरपुर सिंह बलबीर द्वारा 1980 के दशक के अंत में दिए गए भाषण के दृश्य भी शामिल किए गए.
मूसेवाला ने एक गीत में सिख इतिहास में सुनहरी अक्षरों में अंकित सत्कार योग्य माई भागो के बारे में टिप्पणी की. इस गीत से सिख समुदाय में गुस्सा भड़का और श्री अकाल तख्त के जत्थेदार द्वारा मूसेवाला को पेश होने का आदेश जारी हुआ. मूसेवाला ने श्री अकाल तख्त पर पेश होकर माफी मांग ली थी.