उदयपुर (Udaipur) में हुए टेलर कन्हैयालाल (Tailor Kanhaiya lal Murder Case) की हत्या के मामले में NIA ने बड़ा खुलासा किया है..जानकारी के मुताबिक आरोपियों के तार पाकिस्तान से जुड़े हैं.
पाकिस्तान तक पहुंची जांच की आंच
कन्हैयालाल हत्याकांड की जांच में ये बात सामने आयी है कि दो मौलानाओं रियासत हुसैन और अब्दुल रज्जाक ने दावत ए इस्लामी की ट्रेनिंग के लिए हत्याकांड के आरोपी मुहम्मद रियाज को पाकिस्तान भेजा था.रियाज के साथ वसीम अत्तारी और अख्तर रजा ने भी पाकिस्तान जाकर ट्रेनिंग ली थी.साजिश में शामिल होने के आरोपी दो मौलाना और दो वकील को हिरासत में लिया गया है.बताया जा रहा है कि आरोपियों की एक बैठक हुई थी जिसमें रियाज ने कन्हैयालाल की हत्या की जिम्मेदारी ली थी
एनआईए ने 8 से 10 मोबाइल नंबर भी ट्रेस किए हैं. इनमें कई की लोकेशन पाकिस्तान में मिल रही है. कन्हैयालाल की हत्या को अंजाम देने के लिए में दो मौलानाओं और दो वकीलों समेत सभी आरोपियों की अहम बैठक हुई.बैठक में रियाज, मोहम्मद गौस,आसिफ और मोहसिन शामिल थे.कन्हैयालाल की शॉप से महज 500 मीटर की दूरी पर मोहसिन की शॉप और पड़ोस में आसिफ का कमरा था, जहां हत्या की साजिश रची गई .रियाज ने आसिफ और मोहसिन को इस वारदात में साथ देने के लिए तैयार किया था. आसिफ और मोहसिन कन्हैया लाल की हत्या की प्लानिंग से लेकर हथियार बनाने तक में शामिल थे. रियाज और मोहम्मद गौस उस गली से अच्छी तरह वाकिफ था जहां कन्हैयालाल की दुकान थी
दिखावे के लिए रियाज करता था वेल्डर का काम
मोहम्मद रियाज भीलवाड़ा के एक कस्बे का रहने वाला है. वह उदयपुर में किराए के मकान में रहता था. वो यहां मस्जिद में काम करने, धार्मिक प्रचार करने के अलावा परकोटे में एक दुकान पर दिखावे के लिए वेल्डर के रूप में काम करता था. जानकारी मिल रही है कि असल में वह पाकिस्तान के एक संगठन के लिए काम कर रहा था.रियाज 12 जून को अपनी पत्नी और दो बच्चों के साथ किराए के मकान में रहने आया था. उसने अपना पहचान पत्र भी नहीं दिखाया और परिवार ने घटना से पहले 28 जून को मकान खाली कर दिया