भारत 'आजादी का अमृत महोत्सव' मना रहा है, लेकिन जात-पात और छुआछूत से आजादी (Freedom from Untouchability) मिलने में अभी शायद वक्त लगे. जातिवाद के इसी भेदभाव में राजस्थान के जालोर (Jalore) में एक दलित छात्र (Dalit Student Beaten) को अपनी जान गवानी पड़ी. स्कूल में मटके से पानी पीने पर टीचर ने इतनी बेरहमी से पीटा कि छात्र की नस फट गई और इलाज के दौरान उसने दम तोड़ दिया.
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उस मटके से टीचर पीते थे पानी
पूरा मामला जालोर जिले के सुराणा गांव का है. आरोप है कि यहां 9 साल के एक बच्चे ने जब स्कूल के मटके को पानी पीने के लिए छुआ, तो उसे स्कूल टीचर ने इतना पीटा (Teacher Beaten Dalit Student) कि उसकी कान की नस फट गई. इसके बाद बच्चे को इलाज के लिए उदयपुर रेफर किया और फिर उदयपुर से अहमदाबाद भेजा गया. शनिवार को अहमदाबाद में उपचार के दौरान बच्चे की मौत हो गई. दरअसल जिस मटकी से छात्र इंद्र ने पानी पीने के लिए छुआ था. वो मटकी स्कूल के टीचर छैल सिंह के लिए रखी गई है. इससे सिर्फ छैल सिंह ही पानी पीते हैं.
सीएम गहलोत ने जताया दुख
इस मामले पर राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (CM Ashok Gehlot) ने दुख जताया. उन्होंने ट्वीट कर लिखा, जालौर के सायला थाना क्षेत्र में एक निजी स्कूल में शिक्षक द्वारा मारपीट के कारण छात्र की मृत्यु दुखद है. आरोपी शिक्षक के खिलाफ हत्या और SC/ST एक्ट की धाराओं में केस दर्ज कर गिरफ्तारी की जा चुकी है. सीएम के मुताबिक पीड़ित परिवार को जल्द से जल्द न्याय मिले इसकी सरकार पूरी कोशिश करेगी. मृतक के परिजनों को 5 लाख रुपये सहायता राशि मुख्यमंत्री सहायता कोष से दी जाएगी.