Odisha Train Accident: शुक्रवार शाम में हुए बालासोर ट्रेन हादसे (balasore train accident) में मौत और जिंदगी के बीच जंग जारी है. एनडीआरएफ (NDRF) और अन्य एजेंसियों के बचावकर्मी लगातार लोगों की जिंदगी बचाने में जुट है. इस भीषण हादसा हुआ और अबतक करीब 288 लोगों की मौत हो गई.
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बालासोर हादसे के बाद अब ट्रेनों की स्पीड (train speed) को लेकर चर्चा हो रही है. इस बीच रेलवे अधिकारियों ने जानकारी दी है कि इस रूट पर ट्रेनों की स्पीड 15 दिन पहले ही 130 किलोमीटर प्रति घंटा कर दी गई थी. उनके मुताबिक हादसे के वक्त कोरोमंडल एक्सप्रेस (Coromandel Express) क़रीब 128 किलोमीटर प्रति घंटे की स्पीड से चल रही थी, जबकि यशवंत-हावड़ा एक्सप्रेस (Yashwant-Howrah Express) दूसरी ट्रेन भी क़रीब 125 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार में थी.
इसी स्पीड की वजह से कोरोमंडल एक्सप्रेस यशवंतपुर-हावड़ा एक्सप्रेस ट्रेन से टकरा गई और भीषण हादसा हो गया. इस हादसे के बाद लोगों की सुरक्षा को लेकर सवाल उठने लगे हैं . पिछले साल भी रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कबच तकनीक को लॉन्च करने की घोषणा की थी.लेकिन फिर भी सवाल उठता है कि इतना बड़ा हादसा कैसे हो गया.
बालासोर ट्रेन हादसे के बाद घटनास्थल पर पीएम मोदी पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया. साथ ही पीएम मोदी ने अस्पताल जाकर घायलों का भी हाल जाना. इस दौरान उनके साथ रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव रहे.