महाशिवरात्रि (Mahashivratri) के मौके पर मंदिरों में सुबह से ही लंबी कतारें दिखाई दे रही हैं. भगवान भोलेनाथ (Lord Shiva) और माता पार्वती (Maa Parvati) को प्रसन्न करने के लिए श्रद्धालु उपवास कर उनकी पूजा अर्चना कर रहे हैं. मंदिरों में बाबा भोलेनाथ के जयकारे हैं.
हिंदू मान्यता के अनुसार, महाशिवरात्रि के दिन भगवान शिव और माता पार्वती का विवाह हुआ था. ज्योतिषियों के अनुसार, इस बार की महाशिवरात्रि बेहद खास भी मानी जा रही है. महाशिवरात्रि के दिन ही शनि प्रदोष व्रत भी है. शनि प्रदोष व्रत पुत्र प्राप्ति के लिए किया जाता है. साथ ही वाशी योग, सुनफा योग, शंख योग और शाम 5 बजकर 41 मिनट के बाद सर्वार्थ सिद्धि योग का संयोग बन रहा है. इन शुभ योगों में किए गए पूजा-पाठ और कार्यों का कई गुना अधिक फल मिलता है.