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मध्य प्रदेश में कारम नदी पर बन रहे एक बांध से पानी का रिसाव बढ़ने से इसके टूटने का खतरा पैदा हो गया है. घटना की गंभीरता को देखते हुए प्रशासन ने बांध के निचले हिस्से में बसे 18 गांवों को खाली करा लिया है. गांववालों को सुरक्षित स्थान पर राहत शिविर में भेजा गया है.
प्रशासन ने जिन 18 गांवों को खाली कराया है, उनमें से धार जिले के 12 गांव और खरगोन जिले के 6 गांव शामिल हैं. धार जिले की धर्मपुरी तहसील में स्थित इस बांध में लबालब पानी भरा है. मध्य प्रदेश के धार जिले और राज्य के ज्यादातर हिस्से में पिछले तीन दिन से रुक-रुककर भारी बारिश हो रही है. बांध में बारिश का ज्यादा पानी आ जाने से रिसाव और भूस्खलन भी हुआ है.
मध्य प्रदेश होम डिपार्टमेंट के प्रिंसिपल सेक्रेटरी राजेश राजौरा ने बताया, ‘‘धार जिले की धर्मपुरी तहसील में कारम मध्यम सिंचाई परियोजना के बांध के ‘डाउन स्ट्रीम’ की मिट्टी स्लिप हो जाने से बांध को खतरे की स्थिति शुक्रवार को पैदा हो गई. इस बांध की लम्बाई 590 मीटर और ऊंचाई 52 मीटर है व वर्तमान में 1.5 करोड़ घर मीटर (एमसीएम) पानी इस बांध में है.’’
उन्होंने कहा कि कमिश्नर और आईजीपी इंदौर, डीएम व एसपी धार, जल संसाधन विभाग के चीफ इंजीनियर और वरिष्ठ अधिकारी मौके पर उपस्थित हैं. राजौरा ने बताया, ‘‘ऐहतियातन धार जिले के 12 गांव और खरगोन जिले के छह गांवों को खाली कराके सुरक्षित स्थानों पर राहत शिविरों में भेज दिया गया है.’’
मध्य प्रदेश के जल संसाधन मंत्री तुलसी सिलावट और औद्योगिक नीति एवं निवेश प्रोत्साहन मंत्री राजवर्धन सिंह भी इस बांध के मरम्मत के कार्यों की निगरानी के लिए मौके पर पहुंच गये हैं.