कश्मीर में धारा 370 हटने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) पहली बार 24 अप्रैल को जम्मू कश्मीर (Jammu And Kashmir) की यात्रा पर जा रहे हैं, लेकिन उनकी यात्रा से पहले घाटी में आतंकियों (terrorists) ने अब दहशत फैलाने के लिए गैर स्थानीय श्रमिकों (Labour) को निशाना बनाना शुरू कर दिया है. शुक्रवार देर रात आतंकियों ने श्रीनगर के नौगाम क्षेत्र में दो गैर स्थानीय मजदूरों को गोली मार दी. जिसमें वह घायल हो गए. आनन-फानन में मौके पर मौजूद पुलिस अधिकारियों ने स्थानीय लोगों की मदद से दोनों घायल मजदूरों को अस्पताल में भर्ती कराया. जहां उनका इलाज चल रहा है. पुलिस ने बताया कि दोनों ही मजदूर बंगाल के रहने वाले हैं. इसमें से एक की हालत गंभीर बताई जा रही है है. फिलहाल सेना इलाके की घेराबंदी करके हमलावरों की तलाश कर रही है.
आपको बता दें कि इससे पहले शुक्रवार को ही आतंकियों ने सुंजवां में बड़ी वारदात अंजाम देने की कोशिश की. जैश-ए-मोहम्मद की फिदायीन हमले की साजिश को नाकाम करते हुए सुरक्षा बलों ने पाकिस्तान के दो आत्मघाती दहशतगर्द मार गिराए. आतंकियों के हमले में सीआईएसएफ (CISF) का एक एएसआई (ASI) शहीद हो गया, जबकि 10 जवान घायल हो गए. घायलों में सीआईएसएफ एवं पुलिस दोनों के जवान हैं.
हाल में आतंकियों की ओर से कश्मीर घाटी में आम नागरिकों व गैर कश्मीरी मजदूरों को निशाना बनाने की घटना में तेजी आई है. 3 अप्रैल को पुलवामा के लिट्टर इलाके में पोल्ट्री वाहन के पठानकोट निवासी चालक-खलासी, पुलवामा के लोजूरा में 4 अप्रैल को बिहार निवासी दो मजदूर, 4 अप्रैल को ही शोपियां के छोटीगाम में कश्मीरी पंडित दवा कारोबारी बाल कृष्ण, 7 अप्रैल को पुलवामा के याडर में पठानकोट निवासी एक मजदूर को आतंकियों ने गोली मारकर घायल कर दिया. 13 अप्रैल को राजपूत परिवार के एक व्यक्ति की आतंकियों ने हत्या कर दी. एक दिन बाद 15 अप्रैल को उत्तरी कश्मीर में एक सरपंच को आतंकियों ने निशाना बनाया. 22 अप्रैल को दो गैर कश्मीरी मजदूरों को निशाना बनाया गया.