Flood in Yamuna: यमुना के उफान से दिल्ली में बाढ़ जैसे हालात से निपटने के लिए मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सेना और एनडीआरएफ से मदद मांगी है. उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा कि "इस नुकसान के कारण आईटीओ और आसपास के इलाकों में पानी भर गया. इंजीनियर पूरी रात काम करते रहे.
मैंने मुख्य सचिव को सेना और एनडीआरएफ (NDRF) की मदद लेने का निर्देश दिया है. इसे फौरन ठीक करना होगा." हालांकि, यमुना का जलस्तर शुक्रवार को थोड़ा कम हुआ है. शुक्रवार सुबह 8 बजे यमुना का जल स्तर 208.42 मीटर था, जबकि सुबह 10 बजे यह थोड़ा कम होकर 208.38 मीटर हो गया. उन्होंने बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा भी किया.
दूसरी और उफान पर बह रही यमुना नदी (yamuna river) का पानी शुक्रवार को मध्य दिल्ली में सुप्रीम कोर्ट (supreme court) एंट्री गेट तक पहुंच गया, जबकि दिल्ली सिंचाई और बाढ़ नियंत्रण विभाग के रेगुलेटर को नुकसान पहुंचने के कारण व्यस्त आईटीओ चौक और राजघाट जलमग्न हो गए जिससे हालात और बदतर हो गए हैं.
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यमुना में जल स्तर घटने लगा है लेकिन इंद्रप्रस्थ के समीप रेगुलेटर को नुकसान पहुंचने के कारण आईटीओ और आसपास के इलाकों में पानी भर गया है.
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (cm arvind kejriwal) और राजस्व मंत्री आतिशी ने मुख्य सचिव को रेगुलेटर को नुकसान पहुंचने के कारण दिल्ली में बाढ़ आने के खतरे को देखते हुए राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन फोर्स (एनडीआरएफ) तथा सेना से मदद मांगने के निर्देश दिए हैं. केजरीवाल हालात का जायजा लेने के लिए बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा भी किया.
उन्होंने ट्वीट किया, "इस नुकसान के कारण आईटीओ और आसपास के इलाकों में पानी भर गया. इंजीनियर पूरी रात काम करते रहे. मैंने मुख्य सचिव को सेना और एनडीआरएफ की मदद लेने का निर्देश दिया है, इसे फौरन ठीक करना होगा."
आतिशी (atishi) ने एक आधिकारिक विज्ञप्ति में बताया कि सिंचाई और बाढ़ नियंत्रण दल नाले पर मेड़ बना रहा है लेकिन पानी अब भी शहर में प्रवेश कर रहा है. उन्होंने कहा, "आवश्यकता पड़ने पर एनडीआरएफ और सेना की इंजीनियर इकाइयों से इस मामले में मदद करने का अनुरोध किया जाएगा.
मुख्य सचिव को मुख्यमंत्री, सिंचाई एवं बाढ़ नियंत्रण मंत्री तथा राजस्व मंत्री को हर घंटे की स्थिति पर रिपोर्ट देने का निर्देश दिया गया है."
उन्होंने ट्वीट किया, "सारी रात हमारे दल ने डब्ल्यूएचओ इमारत के समीप नाला संख्या 12 के रेगुलेटर की मरम्मत का काम किया. फिर भी यमुना का पानी इसके जरिए शहर में घुस रहा है. सरकार ने मुख्य सचिव को इस पर शीर्ष प्राथमिकता के आधार पर काम करने का निर्देश दिया है."
इस रेगुलेटर को नुकसान पहुंचने के कारण यमुना नदी का पानी शहर के इलाकों में घुसा. सुबह आठ बजे यमुना का जल स्तर 208.42 मीटर था जबकि सुबह 10 बजे यह थोड़ा कम होकर 208.38 मीटर हो गया.
आईटीओ और राजघाट के इलाकों में बाढ़ आने के कारण प्राधिकारियों को यातायात की आवाजाही पर पाबंदियां लगानी पड़ी.
यातायात पुलिस ने ट्वीट किया, "डब्ल्यूएचओ (who) इमारत के समीप नाले में क्षमता से अधिक पानी बहने के कारण आईपी फ्लाईओवर की ओर सराय काले खां से महात्मा गांधी मार्ग (mahatma gandhi road) पर वाहनों की कोई आवाजाही नहीं होगी. यात्रियों को इस मार्ग से बचने की सलाह दी जाती है."
पूर्वी दिल्ली को लुटियंस दिल्ली से जोड़ने वाले अहम मार्ग आईटीओ रोड पर जलभराव के कारण यात्रियों को काफी समस्याएं हुईं. अपने कार्यालय और नयी दिल्ली रेलवे स्टेशन की ओर जा रहे लोगों को इस मार्ग से गुजरते वक्त दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा. कुछ लोगों को आईटीओ के जलभराव वाले हिस्से में अपने वाहनों को खींचकर ले जाते हुए देखा गया.
रेलवे अंडर ब्रिज के समीप नाले में क्षमता से अधिक पानी बहने के कारण भैरों रोड को भी यातायात की आवाजाही के लिए बंद कर दिया गया है. यातायात पुलिस ने एक अन्य ट्वीट में कहा, "यमुना नदी का जल स्तर बढ़ने के कारण राजघाट तथा आईएसबीटी, कश्मीरी गेट की ओर गीता कॉलोनी फ्लाईओवर (geeta colony flyover) से यातायात की आवाजाही पर पाबंदी है. यात्रियों को इसके अनुसार अपनी यात्रा की योजना बनाने की सलाह दी जाती है."