तमाम सरकारी कवायदों और दावों के बावजूद दिल्लीवासियों (Delhi) को प्रदूषण से राहत नहीं मिल रही. इसी कड़ी में गुरुवार को राजधानी का एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 408 दर्ज किया गया जबकि कई इलाकों में रियल टाइम AQI 500 के पार रिकॉर्ड हुआ. दरअसल, दिल्ली NCR में प्रदूषण के साथ कोहरे (smog) ने मुसीबत को दोगुना कर दिया है. नोएडा में AQI 469, आनंद विहार में 449, बवाना में 447 और जहांगीर पुरी में 455 रिकॉर्ड किया गया. गौरतलब है कि 401 से 500 के बीच AQI बेहद खतरनाक स्थिति में माना जाता है जिसमें सांसों पर पहरा लग जाता है.
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बढ़ते प्रदूषण के बीच राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने बच्चों की सुरक्षा के मद्देनजर स्कूलों को बंद करने की मांग की है. इस बाबत दिल्ली के चीफ सेक्रेटरी को एक लेटर लिख कर कहा गया है कि दिल्ली में एयर क्वालिटी इंप्रूव होने तक स्कूलों को बंद रखा जाए.
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वहीं दिल्ली में जहरीली होती हवा पर सियासत भी जोर पकड़ रही है. केंद्र और दिल्ली सरकार एक दूसरे को प्रदूषण की स्थिति के लिए जिम्मेदार ठहराते हुए वार-पलटवार कर रहे हैं. इसी कड़ी में केंद्रीय पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव ने प्रदूषण के बढ़ते स्तर के लिए आप सरकार को जिम्मेदार ठहराया है. भूपेंद्र यादव ने ट्वीट किया कि पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार होने के बावजूद भी पराली जलाने की घटनाओं में 19 फीसदी का इजाफा हुआ है जबकि हरियाणा में ऐसी घटनाओं में 30.6 फीसदी की गिरावट देखी गई है. इससे पहले सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा था कि पूरे उत्तर भारत में प्रदूषण की समस्या का समाधान प्रधानमंत्री को ही करना है.