Israel Hamas War: इजरायल और हमास के बीच युद्ध का असर भारत पर भी पड़ा है. शेयर बाजार के जानकारों का मानना है कि इस युद्ध की वजह से कच्चे तेल के दाम बढ़ने की आशंका है. वहीं, कुछ दिन पहले कम हुए सोने के दाम भी बढ़ गए हैं. सोने का प्रीमियम 700 रुपये बढ़कर 2000 रुपये प्रति 10 ग्राम हो चुका है, जबकि चांदी में प्रीमियम 1000 रुपये प्रति 1 किलो बढ़कर 3500 रुपये प्रति 1 किलो हो गया है.
जानकारों की मानें तो युद्ध अगर पूरे पश्चिम एशिया में फैल गया तो कच्चे तेल (Crude Oil) की आपूर्ति में चुनौती हो सकती है. इससे कच्चे तेल के दाम बढ़ सकते हैं, जिसका असर अन्य सभी चीजों पर पड़ेगा. इससे सामान-किराया बढ़ जाएगा और महंगाई बढ़ेगी. ट्रांसपोर्टेशन चार्ज बढ़ने से सभी वस्तुओं के दाम बढ़ेंगे.
इसके अलावा बीमा प्रीमियम और शिपिंग पर भी असर पड़ेगा. ये संघर्ष घरेलू निर्यातकों के मुनाफे को कम कर सकता है. हालांकि स्थिति के ज्यादा न बिगड़ने तक व्यापार के आकार पर इका कोई असर नहीं पड़ेगा.
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रेलवे की कंपनियों पर भी असर
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, G-20 सम्मेलन में रेलवे कॉरिडोर बनाने की घोषणा हुई थी, जिसे India-Middle East-Europe corridor भी कहा गया. इस कॉरिडोर को भी इजरायल से होकर गुजारने का प्लान है. G-20 की न्यूज के बाद रेलवे शेयरों में काफी तेजी आई थी. अभी इस खबर का असर RVNL, IRFC, RITES, RAILTEL जैसी रेलवे से जुड़ी कंपनियों पर पड़ सकता है.
इजरायल में भारतीय दूतावास के अनुसार, इजरायल भारत का तीसरा सबसे बड़ा एशियाई व्यापार भागीदार है और दुनिया का 10वां है. इजरायल भारत के शीर्ष सैन्य उपकरण आपूर्तिकर्ताओं में से एक है.
इजरायल -फिलिस्तीन के बीच युद्ध लंबे समय तक चलने वाला है. भारत के साथ उसके व्यापार समझौते पर महत्वपूर्ण प्रभाव डाल सकता है.
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इस तनाव के कारण अमेरिकी डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपया पहले ही कमजोर हो चुका है. विशेषज्ञों का मानना है कि अगर टकराव बढ़ता रहा तो इससे भारतीय रुपया और कमजोर हो सकता है