अमेरिका के न्याय विभाग की ओर से भारतीय नागरिक पर लगाए गए गंभीर आरोप पर भारत सरकार ने जवाब दिया है. भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने गुरुवार को जानकारी देते हुए कहा है कि 'अमेरिका की ओर से एक व्यक्ति की हत्या की साजिश में भारतीय नागरिक का संबंध बताया जाना चिंताजनक और सरकारी नीतियों के विपरीत है'.
भारतीय विदेश मंत्रालय ने अपने बयान में कहा कि, "अंतरराष्ट्रीय स्तर पर संगठित अपराध, तस्करी, बंदूक चलाने और चरमपंथियों के बीच सांठगांठ कानून प्रवर्तन एजेंसियों के लिए एक गंभीर मुद्दा है, और यही कारण है कि एक उच्च स्तरीय जांच समिति का गठन किया गया है. ये जांच समिति हमें निर्देशित करेगी कि आखिर माजरा क्या है."
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आपको बता दें कि अमेरिकी न्याय विभाग ने कहा है कि 52 साल का एक भारतीय नागरिक जो भारत सरकार का कर्मचारी भी है, उसने न्यूयार्क शहर के निवासी की हत्या की साजिश रची थी. विभाग ने खालिस्तानी आतंकवादी गुरुपतवंत सिंह पन्नू का नाम नहीं लिया है लेकिन उसका इशारा पन्नू की ओर है क्योंकि गुरवतपंत सिंह पन्नू अमेरिकी शहर न्यूयॉर्क में ही रहता है. विभाग के मुताबिक, यह भारतीय नागरिक (निखिल गुप्ता) सुरक्षा प्रबंधन और खुफिया सूचनाओं को देखता था.