भारत के इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने चीन के साथ भारत के व्यापार को लेकर बड़ा बयान दिया है. फाइनेंशियल टाइम्स को दिए एक इंटरव्यू में आईटी मिनिस्टर राजीव चंद्रशेखर ने बताया कि दोनों देशों के बीच सीमा संघर्ष के बावजूद भारत चीनी निवेश के लिए खुला है.
उन्होंने यह भी बताया कि भारत कहीं भी किसी भी कंपनी के साथ तब तक व्यापार कर सकता है जब तक वे निवेश करते हैं और वैध तरीके से अपना व्यापार करते हैं. यह तब हुआ है जब भारत ने देश में चीनी व्यवसायों के खिलाफ अपनी जांच बढ़ा दी है.
चन्द्रशेखर ने एफटी को बताया, 'हम कहीं भी किसी भी कंपनी के साथ व्यापार करने के लिए तैयार हैं, जब तक वे निवेश कर रहे हैं और वैध तरीके से अपना कारोबार कर रहे हैं और भारतीय कानूनों का अनुपालन कर रहे हैं.' उन्होंने कहा कि भारत 'चीनी सहित सभी निवेश के लिए खुला है.'
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बता दें कि भारत अब तक टिकटॉक समेत 300 से ज्यादा चीनी ऐप्स पर प्रतिबंध लगा चुका है. देश ने इलेक्ट्रिक वाहन विनिर्माण संयंत्र स्थापित करने के लिए चीनी इलेक्ट्रिक कार निर्माता BYD और उसके हैदराबाद स्थित भागीदार मेघा इंजीनियरिंग एंड इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड (MEIL) के 1 बिलियन डॉलर के निवेश प्रस्ताव को भी खारिज कर दिया है. भारत ने कथित तौर पर सुरक्षा चिंताओं के कारण निवेश को अस्वीकार कर दिया था.
गौरतलब है कि 2020 में दोनों देशों के सैनिकों के बीच हुई झड़प के बीच तनाव बढ़ने पर भारत ने चीन से निवेश सीमित करने का फैसला किया था. भारत ने सीमा साझा करने वाले सभी देशों पर प्रतिबंध भी लगाए.
मार्च 2023 में, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा था कि- 'भारत के साथ भूमि सीमा साझा करने वाले देशों से विदेशी निवेश पर लगाए गए प्रतिबंधों में ढील देने पर विचार नहीं कर रहा है.'