भारत और चीन के सैनिकों (India and China Army Troop) ने लद्दाख (Ladakh ) में गोगरा और हॉट स्प्रिंग्स (Gogra-Hot Springs) से हटना शुरू कर दिया है. 16वें दौर की सैन्य वार्ता (Military Talks) के बाद दोनों देशों में इसे लेकर सहमति बनी. यह जानकारी सेना (aRMY) ने दी है. सेना ने बताया कि चीन (China) ने सीमावर्ती इलाकों में शांति बनाए रखने के लिए प्रतिबद्धता जताई है.
रक्षा मंत्रालय के अनुसार, "आज भारत चीन कोर कमांडर स्तर की बैठक के 16 वें दौर में बनी आम सहमति के अनुसार, गोगरा-हॉटस्प्रिंग्स (पीपी -15) के क्षेत्र में भारतीय और चीनी सैनिकों ने सुनियोजित तरीके से पीछे हटना शुरू कर दिया है, जो शांति के लिए अनुकूल है और इससे सीमावर्ती क्षेत्रों में शांति भी बरकरार रहेगी. बता दें कि अगले हफ्ते ज्बेकिस्तान में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच होने वाली बैठक होनी है. दोनों नेताओं की बैठक से कुछ दिन पहले ये बयान आया है. बता दें कि इससे इससे पहले फरवरी 2021 में पेंगोंग लेक और उसी साल अगस्त में गोगरा हॉट स्प्रिंग के पेट्रोलिंग पॉइंट 17 से दोनों देशों की सेनाएं पीछे हटी थी.
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पिछले साल गलवान घाटी में हिंसक झड़प हुई थी
बता दें कि जून 2020 को दोनों देशों की सेनाएं के बीच गलवान घाटी (Galwan Valley) में हिंसक झड़प हुई थी, जिसमें भारत के 20 सैनिक शहीद हुए थे और चीन के करीब 40 से 45 सैनिक मारे गए थे. पूर्वी लद्दाख में जारी तनातनी को देखते हुए चीन ने 50 हजार से ज़्यादा सैनिक सीमा पर तैनात कर रखे हैं. भारत ने भी करीब उतने ही सैनिक तैनात कर रखे हैं, ताकि चीन की किसी भी नापाक हरकत का जवाब दे सके.
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