उत्तराखंड के हरिद्वार में सात मस्जिदों पर लगाए गए जुर्माने (Haridwar administration fines 7 mosques) को लेकर विवाद बढ़ गया है. प्रशासन के इस फैसले को जमीयत उलेमा उत्तराखंड (Jamiat Ulama Uttarakhand) के अध्यक्ष मौलाना मोहम्मद आरिफ ने ध्रुवीकरण वाला बताया है. मौलाना ने कहा कि पुलिस स्टेशन में मीटिंग के बाद हमने कहा था कि ध्वनि प्रदूषण नहीं होगा, फिर भी हम पर जुर्माना लगाया गया.
पुलिस के मुताबिक, पाथरी पुलिस स्टेशन इलाके में पड़ने वाली मस्जिदों को लाउसस्पीकर में कम आवाज में अजान करने के लिए कहा गया था, लेकिन ऐसा नहीं किया गया, जिसके बाद ध्वनि प्रदूषण फैलाने के लिए ये जुर्माना लगाया गया है.
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