प्रधानमंत्री मोदी ने जी-20 की बैठक से पहले रविवार को न्यूज एजेंसी पीटीआई को एक इंटरव्यू दिया. इस दौरान उन्होंने ‘सबका साथ- सबका विकास’ पर चर्चा की. उन्होंने इंटरव्यू के दौरान कहा कि ‘सबका साथ- सबका विकास’ मॉडल विश्व के कल्याण के लिए मार्गदर्शक सिद्धांत हो सकता है. उन्होंने साथ ही कहा कि दुनिया का जीडीपी-केंद्रित दृष्टिकोण, अब मानव-केंद्रित दृष्टिकोण में बदल रहा है. पीएम मोदी पीटीआई को दिए गए अपने इस इंटरव्यू को सोशल मीडिया प्लॉटफॉर्म एक्स पर ट्वीट भी किया है.
जी-20 और संबंधित मुद्दों पर केंद्रित अपने 80 मिनट के इंटरव्यू में कहा कि लंबे समय तक, भारत को एक अरब से अधिक भूखे पेट वाले लोगों के देश के रूप में जाना जाता था. लेकिन अब, भारत को एक अरब से अधिक महत्वाकांक्षी मस्तिष्क, दो अरब से अधिक कुशल हाथों और करोड़ों युवाओं के देश के रूप में देखा जा रहा है. इस दौरान पीएम ने इस बात पर भी जोर दिया कि भारत की जी-20 की अध्यक्षता से कई सकारात्मक परिणाम सामने आ रहे हैं. उनमें से कुछ मेरे दिल के बहुत करीब हैं.