प्रसिद्ध न्यायविद और सुप्रीम कोर्ट के अनुभवी वरिष्ठ वकील 'फली एस नरीमन' का बुधवार सुबह निधन हो गया. उन्होंने नई दिल्ली के एक अस्पताल में आखिरी सांस ली. वह 95 वर्ष के थे. उन्हें नवंबर 1950 में बॉम्बे हाई कोर्ट के एक वकील के रूप में नामांकित किया गया था और 1961 में नामित किया गया था. बता दें कि अनुभवी न्यायविद् को जनवरी 1991 में पद्म भूषण और 2007 में पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया था.
फली नरीमन ने कई ऐतिहासिक मामलों में बहस की, जिसमें राष्ट्रीय न्यायिक नियुक्ति आयोग का प्रसिद्ध मामला भी शामिल था, जिसे सुप्रीम कोर्ट ने रद्द कर दिया था.
बता दें कि करीब 75 साल उन्होंने वकालत की प्रैक्टिस की थी. इस दौरान कई बड़े मामले में वह पेश हुए थे. एक रिपोर्ट के मुताबिक, पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के शासन काल में वह एडिशनल सॉलिसिटर जनरल (ASG) थे, लेकिन इमरजेंसी लगाए जाने के कारण उन्होंने पद से इस्तीफा दे दिया था. क्योंकि वह इंदिरा गांधी के इस फैसले के बिल्कुल विरोध में थे.
उन्होंने अपनी किताब में लिखा था कि वह सेक्युलर भारत में फले फुले और जीवन गुजारा और ऊपर वाले की कृपा से वह सेक्युलर भारत में ही अंतिम सांस लेना चाहेंगे.