Electoral bonds: चुनाव आयोग की सख्ती के बाद एसबीआई ने इलेक्टोरल बॉन्ड की जानकारी चुनाव आयोग से शेयर की थी जिसे चुनाव आयोग ने अपनी साइट पर अपलोड की है. इसके मुताबिक बीजेपी को कंपनियों और व्यक्तियों ने सबसे ज्यादा चंदा दिया है और पार्टी ने 60 अरब से ज्यादा रकम के इलेक्टोरल बॉन्ड इनकैश किये हैं. हालांकि 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले पार्टी ने केवल 17 करोड़ इनकैश किया था. यह डेटा चुनाव आयोग द्वारा 14 मार्च को प्रकाशित किया गया था.
इंडियन एक्सप्रेस के आंकड़ों के विश्लेषण से पता चलता है कि बीजेपी ने 2019 से 2024 तक 6,060 करोड़ रुपये के बॉन्ड भुनाए.
इंडियन एक्सप्रेस ने बताया कि पार्टी ने 2019 के लोकसभा चुनावों के दौरान सबसे अधिक बांड भुनाए गए.
भाजपा ने अप्रैल और मई 2019 में 1,770 करोड़ रुपये से अधिक के बांड भुनाए।
इंडियन एक्सप्रेस ने बताया कि अन्य महीनों की तुलना में चुनाव अवधि के दौरान बॉन्ड से रकम ज्यादा मिली जनवरी 2022 में उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, मणिपुर और गोवा विधानसभा चुनावों के दौरान भाजपा ने 662.20 करोड़ रुपये के बांड का इस्तेमाल किया.
इसी तरह, नवंबर 2022 में, गुजरात और हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनावों के दौरान, भाजपा द्वारा बांड भुनाने में वृद्धि हुई थी.
नवंबर 2023 में मध्य प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़, तेलंगाना और मिजोरम में विधानसभा चुनावों के दौरान इसने 702 करोड़ रुपये के बांड का इस्तेमाल किया.
इंडियन एक्सप्रेस ने बताया कि बीजेपी ने इस साल जनवरी में लोकसभा चुनाव से पहले 202 करोड़ रुपये के बांड भुनाए
चुनाव आयोग ने दी ये जानकारी
ये रिपोर्ट भारतीय चुनाव आयोग की तरफ से 14 मार्च, 2024 को जारी आंकड़ों पर आधारित है. जिसमें 12 अप्रैल 2019 से 24 जनवरी 2024 के बीच की अवधि के आंकड़ों की जानकारी दी गई थी.