Delhi Jafar Mahal: बीते दिनों अज्ञात उपद्रवियों ने दिल्ली के महरौली में स्थित 19वीं सदी की इमारत जफर महल के एक हिस्से को कथित तौर पर नष्ट कर दिया था. अब भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) ने कहा कि “असामाजिक तत्वों” के कारण क्षति हुई. तोड़फोड़ करने वालों ने परिसर के प्रवेश द्वार के पास स्थित एक जाली (स्क्रीन) को नुकसान पहुंचाया है.
विशेष रूप से स्क्रीन मुगल सम्राट बहादुर शाह जफर की कथित “खाली कब्र” के चारों ओर है. ब्रिटिश सेना द्वारा बर्मा (अब म्यांमार) में निर्वासित किए जाने से पहले जफर ने एक दफन स्थल नामित किया था.
एएसआई के अधिकारियों ने कहा कि स्मारक प्रबंधन ने नुकसान के संबंध में स्थानीय पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है. हालांकि, स्थानीय पुलिस ने कहा कि उन्हें कोई शिकायत या चार्ज नहीं मिला है.
उधर, जैसे ही ये खबर सोशल मीडिया पर वायरल हुई तो यूजर्स का गुस्सा फूट पड़ा. मुगल इतिहास पर अपने काम के लिए जाने जाने वाले इतिहासकार विलियम डेलरिम्पल ने लापरवाही के लिए भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) की आलोचना की और इस घटना को "भयावह" बताया है.
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