कांग्रेस (Congress) के सीनियर नेता दिग्विजय सिंह (Digvijay Singh) ने कांग्रेस अध्यक्ष पद का चुनाव (Congress President Election) नहीं लड़ने का फैसला किया है. दिग्विजय सिंह ने यह ऐलान, अध्यक्ष पद की रेस में मल्लिकार्जुन खड़गे के शामिल होने के बाद किया है. इतना ही नहीं दिग्विजय सिंह ने खड़गे का प्रस्तावक बनने का फैसला किया है. ऐसे में कांग्रेस अध्यक्ष पद के चुनाव में मुकाबला मल्लिकार्जुन खड़गे और कांग्रेस सांसद शशि थरूर के बीच रह गया है.
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इससे पहले अध्यक्ष पद का चुनाव नहीं लड़ने का ऐलान करते हुए, दिग्विजय सिंह ने कहा कि मैंने जीवनभर कांग्रेस के लिए काम किया है. उन्होंने कहा कि मैं तीन बातों पर समझौता नहीं करता. पहला- गरीब, दलित और आदिवासी हित, दूसरा- सांप्रदायिकता के खिलाफ संघर्ष और तीसरा- यह कि मैं गांधी-नेहरू परिवार के प्रति वफादार हूं. खड़गे को अपना सीनियर बताते हुए दिग्विजय सिंह ने कहा कि मैं उनके पास गया था, लेकिन उन्होंने कहा कि मैं पर्चा नहीं भर रहा हूं. मगर मीडिया के जरिए पता चला कि वो भी पर्चा भर रहे हैं, तो उनसे मिला. मुलाकात के दौरान मैंने उन्हें कहा कि मैं आपके खिलाफ चुनाव लड़ने की बात नहीं सोच सकता. मैं अब उनका प्रस्तावक बनूंगा.
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उधर कांग्रेस नेता प्रमोद तिवारी ने दिग्विजय सिंह के अध्यक्ष पद की रेस से अलग होने पर कहा कि वो इसलिए अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ रहे थे, क्योंकि मैदान में कोई नहीं था. इसके साथ ही तिवारी ने ये भी साफ कर दिया कि ये चुनाव शशि थरूर और मल्लिकार्जुन खड़गे के बीच में है.