Chandrayaan-3: विक्रम और प्रज्ञान की जोड़ी अब तक चांद पर 11 दिन बीता चुके हैं. 3 दिन बाद चांद पर रात होने वाली है जो 14 दिनों तक चलेगा ऐसे में इसरो ने शनिवार को बताया है कि प्रज्ञान को सुरक्षित तौर पर पार्क कर स्लीप मोड में सेट कर दिया गया है ताकि 22 सितंबर को उसे फिर से जगाया जा सके. इसरो के मुताबिक प्रज्ञान ने अपना काम बखूबी किया है.
आपको बता दें कि चांद पर 1 रात पृथ्वी के 14 दिनों के बराबर होता है. ऐसे में चांद के साउथ पोल पर तापमान - 238 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच जाता है ऐसे में इतनी ठंड को झेल कर विक्रम प्रज्ञान की जोड़ी फिर से जगेगी या नहीं ये बड़ा सवाल है.
इससे पहले इसरो प्रमुख सोमनाथ ने कहा था कि चांद पर प्रज्ञान का सफर 100 मीटर पूरा हो चुका है. वो लगातार चांद से जुड़ा डेटा शेयर कर रहा है और प्रज्ञान रोवर के साथ साथ विक्रम लैंडर की सेहत भी दुरुस्त है.
इससे पहले प्रज्ञान ने रास्ते में आए गड्ढे से बचते हुए अपना रास्ता बदला था इसकी तस्वीरें भी आई थीं. दरअसल प्रज्ञान में दो नेविगेशन कैमरे लगे हुए हैं जो लगातार तस्वीरें भेज रहे हैं. 6 पहियों पर चलनेवाला प्रज्ञान रोवर कुल 26 किलो का है जिसकी लंबाई 3 फीट, चौड़ाई 2.5 फीट और ऊंचाई 2.8 फीट है.