बिहार पब्लिक सर्विस कमीशन (BPSC) की परीक्षा का पेपर सोशल मीडिया में लीक हो गया. रविवार को BPSC की 67वीं प्रीलिम्स परीक्षा चल रही थी. इस दौरान राज्य के कई जिलों के परीक्षा से पहले ही अलग-अलग टेलीग्राम चैनलों पर कुछ मिनट पहले ही प्रश्न-पत्र पहुंचा दिया गया था. पेपर लीक होने के बाद बिहार लोक सेवा आयोग ने परीक्षा को रद्द कर दिया गया है. आयोग की जांच में पेपर लीक होने की बात सही पाई गई.
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आयोग की ओर से कहा गया है कि वायरल प्रश्न पत्र की जांच के लिए तीन सदस्यों की कमेटी का गठन किया गया था. आठ मई 2022 को ही रिपोर्ट अध्यक्ष को सौंप दी गई है. इसके आधार पर परीक्षा को कैंसिल करने का फैसला लिया गया है. वायरल प्रश्न पत्र के मामले की जांच साइबर सेल से कराई जाएगी. इसके लिए बिहार डीजीपी से अनुरोध किया गया है.
परीक्षा सेंटर पर भड़के छात्र
इससे पहले पेपर लीक होने पर आरा के वीर कुंवर सिंह कॉलेज परीक्षा सेंटर के छात्र भड़क गए और उन्होंने जमकर बवाल काटा. परीक्षा में शामिल छात्रों का कहना है कि कुछ खास छात्रों को समय से पहले फोन के साथ सेंटर के अंदर जाने दिया गया. उन्होंने आरोप लगाया कि उन्हें एक अलग कमरे में बैठाकर समय से पहल ही प्रश्न-पत्र दे दिया गया. उनका कहना है कि परीक्षा केंद्रों पर भी पहले से सेटिंग कर के रखा गया था.
डीएम ने बंद करवा दी परीक्षा
छात्रों के हंगामे के बाद आरा के डीएम रोशन कुशवाहा ने परीक्षा ही बंद करवा दी. पेपर लीक होने के बाद विधानसभा में नेता विपक्ष तेजस्वी यादव ने इस मामले पर ट्वीट किया. उन्होंने नीतीश कुमार पर तंज कसते हुए लिखा कि बिहार लोक सेवा आयोग का नाम 'बिहार लोक पेपर लीक आयोग' रख देना चाहिए. जानकारी के मुताबिक, बिहार लोक सेवा आयोग की पीटी परीक्षा का सी सेट का प्रश्न पत्र लीक हुआ है. इस परीक्षा में प्रदेश से करीब छह लाख अभ्यर्थी शामिल हुए हैं.