Balasore Train Accident: ओडिशा (Odisha) के बालासोर (Balasore) में हुए रेल हादसे (Train Accident) को करीब सात दिन बीत चुके हैं. लेकिन स्थानीय लोगों के जहन में अब भी वह खौफनाक मंजर बसा हुआ है. यही नहीं इलाके के छात्र तो उस स्कूल में जान से भी डर रहे हैं, जहां शवों को रखा गया था. बहानागा स्कूल (Bahanga School) प्रशासन ने इसकी शिकायत संबंधित अधिकारियों से की थी. जिसके बाद प्रशासन ने स्कूल को गिराने का काम शुरू कर दिया है.
2 जून को बालासोर में हुआ था बड़ा रेल हादसा
बता दें कि 2 जून को यहां बड़ा रेल हादसा हो गया था. इस हादसे में करीब 278 लोगों की मौत हो गई थी. वहीं इस घटना में करीब 750 लोग घायल हुए थे. हालांकि गुरुवार शाम तक 82 शवों की पहचान नहीं हो पाई थी.
तीन ट्रेनों की टक्कर से हुआ था भीषण हादसा
इस हादसे में तीन ट्रेन कोरोमंडल एक्सप्रेस(coromandel express), यशवंतपुर एक्पप्रेस(yashwantpur express) और एक माल गाड़ी की भिड़ंत हो गई थी. हादसा इतना भयानक था कि कोरोमंडल एक्सप्रेस और यशवंत एक्पप्रेस ट्रेन की कई डब्बे पटरी से उतर कर पलट गए थे. करीब तीन दिनों तक राहत और ट्रैक के मरम्मत का काम करने के बाद फिर से रेल सेवा शुरू हो पाई थी.
इस घटना के बाद केंद्र और राज्य सरकारों के अलावा रेलवे की ओर से भी मुआवजे का ऐलान किया गया था. हालांकि, अभी तक 82 शवों की पहचान नहीं हो पाई थी. जिसके बाद रेल प्रशासन की ओर से एक वेबसाइट के जरिए लोगों से शवों की पहचान कर उनके परिजनों को सूचित करने की अपील की गई थी.
इस रेल दुर्घटना की जांच सीबीआई (cbi) से कराई जा रही है. शुरुआती जांच में सिग्नल फेल होने की बात कही जा रही है. लेकिन सीबीआई की टीम तकनीकी खामियों के साथ साजिश समेत सभी एंगल से मामले की जांच कर रही है.