Agnipath Recruitment Scheme : मोदी सरकार (Modi Government) की अग्निपथ योजना (Agnipath Scheme ) के विरोध में बिहार में शुरू हुआ बवाल थमने का नाम नहीं ले रहा है. विरोध शुरू होने के दूसरे दिन भी राज्य के अलग अलग जिलों में नाराज छात्र सड़कों पर उतर आए और सेना भर्ती की नई स्कीम के खिलाफ उग्र प्रदर्शन (Protest) किया.
ये भी पढ़ें: Delhi Accident: भरे बाजार में लोगों को रौंदते हुए आगे निकला दिल्ली जल बोर्ड का टैंकर, Video वायरल
छपरा, मुंगेर, नवादा, जहानाबाद, सहरसा, आरा में छात्रों ने जमकर हंगामा किया. इन सभी जगहों पर सड़कों पर उतरे छात्रों ने आगजनी, तोड़फोड़ और मोदी सरकार के खिलाफ नारेबाजी की. छात्रों ने टायरों में आग लगाकर अपना विरोध दर्ज कराया. कैमूर में तो ट्रेन में ही आग लगा दी गई जबकि आरा में स्टेशन पर लूट मच गई.
वहीं, जहानाबाद में हंगामे और आगजनी के साथ छात्रों ने रेल रोको अभियान (Rail roko abhiyan) भी चलाया. बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारी रेलवे ट्रैक पर जमा हो गए और ट्रेन को आगे नहीं जाने दिया.
इन छात्रों की मांग थी कि सेना भर्ती के लिए परीक्षा पहले की तरह हो, जो एग्जाम कैंसिल हुए हैं उन्हें कंडक्ट कराया जाए और इस अग्निपथ स्कीम को खत्म कर दिया जाए. छात्रों के मुताबिक, इतनी कड़ी मेहनत के बाद सिर्फ 4 साल की नौकरी क्यों, उसके बाद हम क्या करेंगे.
एक प्रदर्शनकारी ने कहा- हम सशस्त्र बलों में शामिल होने के लिए कड़ी मेहनत करते हैं. सरकार को इस योजना को वापस लेना होगा. जहानाबाद में एक दूसरे प्रदर्शनकारी ने कहा- केवल 4 साल काम करने के बाद हम कहां जाएंगे? 4 साल की सेवा के बाद हम बेघर हो जाएंगे. इसलिए हमने सड़कों को जाम कर दिया है, देश के नेताओं को अब पता चल जाएगा कि लोग जागरुक हैं. एक प्रदर्शनकारी ने कहा, "हम मांग करते हैं कि भर्ती पहले की तरह की जाए, टूर ऑफ ड्यूटी (टीओडी) को वापस लिया जाए और परीक्षा पहले की तरह आयोजित की जाए. कोई भी सेना में सिर्फ 4 साल के लिए नहीं जाएगा.
सिर्फ ये शहर ही नहीं बिहार के कई और शहरों में भी मोदी सरकार की योजना की घोषणा के बाद से ही छात्र प्रदर्शन कर रहे हैं. इसके अलावा विपक्षी दल और सेना के कई एक्सपर्ट और रिटायर्ड अफसर भी अग्निपथ योजना का विरोध कर रहे हैं.