हम सभी जानते हैं कि आधार कार्ड (Aadhar Card) हमारे लिए कितना जरुरी हो गया है. अब हम कोई भी सरकारी का निजी काम आधार कार्ड के बिना नहीं कर पाते. कहीं नौकरी के लिए ज्वॉइन करना हो या किसी मकान की रजिस्ट्री करानी हो, हमें आईडी प्रूफ के लिए आधार कार्ड की जरूरत पड़ती ही पड़ती है.
लेकिन आज भी कई लोग ऐसे हैं, जिनका आधार कार्ड नहीं बना है या फिर उन्हें अपने छोटे-छोटे बच्चों का आधार कार्ड बनवाने के लिए आधार सेवा केंद्र में जाकर घंटों लाइन लगाना पड़ता है. लेकिन अब आपको टेंशन लेने की जरूरत नहीं है. आज 'बात आपके काम की' में हम आपको घर बैठे आधार कार्ड बनाने का आसान तरीका बताएंगे, जिससे आप आधार कार्ड से मिलने वाली सुविधाओं का लाभ ले सकें.
दरअसल, आधार कार्ड ((Aadhar Card) पर लिखे पते को पुख्ता प्रमाण माना जाता है. उस पर जो संख्या लिखी होती है, वही व्यक्ति की जीवनभर की पहचान बन गई है. इस आधार संख्या से आपको बैंकिंग, मोबाइल फोन कनेक्शन, सरकारी व गैर-सरकारी सेवाओं की सुविधाएं, स्कूल-कॉलेज में एडमिशन, रजिस्ट्री आदि कराने के लिए हर सेक्टर में अपना पहचान बताना जरूरी है.
ऑनलाइन मेथड से आधार कार्ड (Aadhar Card) बनाने के लिए कई डॉक्यूमेंट्स की जरूरत पड़ती है, जिसमें पासपोर्ट साइज फोटो, मोबाइल नंबर, जन्मतिथि का प्रमाण पत्र, पते का प्रमाण (जैसे बिजली बिल, पानी का बिल, बैंक अकाउंट डिटेल्स, राशन कार्ड या गैस बिल), वोटर आईडी कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस शामिल है.
बता दें कि UIDAI यानी यूनीक आइडेंटिफिकेशन अथॉरिटी ऑफ इंडिया (Unique Identification Authoriy Of India) ने आधार बनवाने के लिए कोई न्यूनतम आयु सीमा नहीं रखी है. तो आप अपने जन्मजात बच्चे का भी आधार बनवा सकते हैं, क्योंकि स्कूल (School) में एडमिशन के समय भी रजिस्ट्रेशन (Registration) के लिए आधार ही मांगा जाएगा. तो इसके लिए बच्चे का जन्म प्रमाण पत्र (Birth Certificate) या स्कूल का प्रमाण पत्र होना जरूरी है.
बच्चों का आधार कार्ड बनवाने के लिए भी यही प्रॉसेस लगता है. सिर्फ 5 वर्ष से कम उम्र के बच्चों के मामले में कोई बायोमेट्रिक डेटा कैप्चर नहीं किया जाता है. अगर बच्चा 5 से 15 साल के बीच उम्र का है तो बायोमेट्रिक डेटा लेना अनिवार्य है.