फिल्म निर्देशक, एक्टर, निर्माता, स्क्रीन राइटर, म्यूजिशियन, प्लेबैक सिंगर और टेलीविजन होस्ट फरहान अख्तर ने फिल्म 'लम्हें' (1991) में सहायक निर्देशक के रूप में अपना बॉलीवुड करियर शुरू किया था. उन्होंने अपने एक्टिंग करियर की शुरुआत 'रॉक ऑन' से की और इस फिल्म के लिए पुरस्कार भी जीता. उन्होंने आगे भी कई फिल्में कीं और कई अवॉर्ड बटोरे हैं. आइए एक नजर डालते हैं उनकी 5 अच्छी फिल्मों पर.
दिल धड़कने दो (2016)
यह फिल्म मेहरा परिवार के बारे में है जिन्होंने अपने माता-पिता की 30वीं शादी की सालगिरह दोस्तों और परिवार के साथ एक क्रूज जहाज पर मनाते हैं. इस दौरान कई ऐसी बातें सामने आती हैं .जो जीवन के प्रति उनकी सोच को बदल देती हैं. फिल्म में फरहान पत्रकार सनी का किरदार निभाया है. यह फिल्म एक नारीवाद फिल्म थी.
वजीर (2016)
फिल्म दो असामान्य दोस्तों की भावनात्मक यात्रा का वर्णन करती है, जिनमें से एक लकवाग्रस्त शतरंज ग्रैंडमास्टर (अमिताभ बच्चन) है और दूसरा दुखी एटीएस अधिकारी (फरहान अख्तर) है. इस फिल्म में दिखाया गया है कि कैसे परिस्थिति ने उन्हें एक अच्छा दोस्त बना देती हैं.
भाग मिल्खा भाग (2013)
यह फिल्म महान धावक मिल्खा सिंह की बायोपिक है, जिन्हें 'द फ्लाइंग सिख' भी कहा जाता है. छोटे से गांव का एक लड़का जिसे कभी बुरा आदमी माना जाता था. जो आगे जाकर भारतीय सेना में शामिल हो जाता है. लेकिन कुछ समय बाद अपनी प्रतिभा को पहचानने के बाद फिल्म में मिल्खा सिंह ओलंपिक में भारत का प्रतिनिधित्व भारत के प्रसिद्ध और गौरवशाली एथलीट.
जिंदगी ना मिलेगी दोबारा (2011)
तीन दोस्त कबीर (अभय देओल), इमरान (फरहान अख्तर) और अर्जुन (ऋतिक रोशन) कबीर की शादी से पहले स्पेन की ट्रिप पर जाते हैं और ये तीनों दोस्त मिलकर वो सारी चीजें करते हैं जो उन्होंने पहले कभी नहीं कीं. प्यार और तकरार से भरी इस फिल्म को बेहद पसंद किया था.
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'रॉक ऑन' (2008)
फरहान अख्तर की फिल्म 'रॉक ऑन' की कहानी चार दोस्तों आदित्य, जो, केदार और रॉब के इर्द-गिर्द घूमती है, जो चारों एक सफल रॉक बैंड बनना चाहते हैं, लेकिन एक गलतफहमी के कारण चारों दोस्त एक दूसरे से अलग हो जाते हैं और सालों बाद वे अपनी परेशानियों को भूल जाते हैं और अपने अधूरे सपनों को पूरा करने के लिए निकल पड़ते हैं.