फिल्ममेकर करण जौहर (Karan Johar) ने 1998 में अपनी पहली फिल्म 'कुछ कुछ होता है' (Kuch Kuch Hota Hai) से निर्देशन की दुनिया में कदम रखा था. हाल के दिनों में वो अपनी फिल्म 'रॉकी और रानी की प्रेम कहानी' के प्रमोशन में काफी बिजी हैं. इस फिल्म के जरिए करण एक बार फिर से निर्देशन में वापसी कर रहे हैं.
प्रमोशन के दौरान एक इवेंट में फिल्ममेकर ने अपनी फिल्म 'कुछ कुछ होता है' को लेकर कई बातें की. उन्होंने इस बात को स्वीकार किया कि फिल्म में दिखाई गई जेंडर पॉलिटिक्स गलत थी. साथ ही उन्होंने ये भी बताया कि एक फिल्ममेकर के तौर पर उन्होंने कैसे ग्रो किया है.
करण जौहर ने कहा कि मुझे लगता है कि मैंने जो पहली फिल्म 'कुछ कुछ होता है' बनाई, उस फिल्म की जेंडर पॉलिटिक्स गलत थी. फिल्म गलत जेंडर पॉलिटिक्स को प्रमोट कर रही है. फिल्म में राहुल जो कर रहा है वह वास्तव में वह नहीं है जो मैं चाहता हूं. हालांकि, इसमें पुरानी यादें हैं इसलिए आप इसे पसंद करते हैं.
बता दें कि शाहरुख खान स्टारर फिल्म 'कुछ कुछ होता है' आज भी लोगों को खुब पसंद आती है. फिल्म में लव ट्रायंगल को दिखाया गया है, जिसमें कॉलेज के दिनों की सुन्दर कहानी गढ़ी गई है, अंजलि को अपने सबसे अच्छे दोस्त राहुल से प्यार हो जाता है. लेकिन राहुल नई स्टुडेंट टीना से प्यार करने लगता है. टीना की मौत हो जाने के बाद उनकी आठ साल की बेटी अपने पिता और अंजलि से फिर से मिलाने की कोशिश करती है.
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