बॉलीवुड इंडस्ट्री में ज़ीनत अमान सबसे जाना माना नाम है. अपनी बोल्डनेस और दमदार एक्टिंग लिए ज़ीनत 70 और 80 के दशक में अधिक फीस लेने वाली एक्ट्रेस में से थी. उन्होंने 19 साल की उम्र में ब्यूटी पेजेंट, फेमिना मिस इंडिया पेजेंट और मिस एशिया पैसिफिक इंटरनेशनल में जीत हासिल की थी. देव आनंद के साथ उनकी फिल्म 'हरे रामा हरे कृष्णा' अपने समय की बेहतरीन फिल्मो में गिनी जाती है. नजर डालते हैं उनकी कुछ बेहतरीन फ़िल्में.
लावारिस (1981)
प्रकाश मेहरा निर्देशित फिल्म 'लावारिस' में ज़ीनत,अमिताभ बच्चन, अमजद खान, राखी गुलज़ार और रंजीत नजर आए थें. फिल्म में एक अनाथ बच्चें की कहानी दिखाई है. जो मां की मौत के बाद एक शराबी उसे पालता है. लेकिन उसे अनाथ बच्चें यानी अमिताभ को यह नहीं पता होता है की उसके पिता अमजद खान है जिनके घर में वो रहता है. इस फिल्म में अमिताभ और ज़ीनत की केमिस्ट्री को दर्शकों ने खूब पसंद किया था.
क़ुरबानी (1980)
साल 1980 में आई फिल्म क़ुरबानी को एक्टर फिरोज खान ने डायरेक्टर और प्रोड्यूस किया था. ज़ीनत इस फिल्म में कैबरे डांसर और सिंगर शीला की भूमिका में नजर आई थीं. इस फिल्म में फिरोज खान, विनोद खन्ना, अमजद खान, कादर खान ने मुख्य भूमिका निभाई थी. ये फिल्म 1980 की सबसे अधिक कमाई करने वाली फिल्म बनी थी.
डॉन (1978)
अगर गैंगेस्टर फिल्मों की बात हो तो फिल्म 'डॉन' का नाम सबसे ऊपर आता है. इसमें अमिताभ बच्चन, जीनत अमान, प्राण, इफ्तिखार और ओम शिवपुरी नजर आए थें. रोमा की किरदार में नजर आई ज़ीनत अपने भाई की मौत का बदला डॉन से लेती है. लेकिन बाद में उसे पता चलता है की जिससे वो बदला ले रही है. वो असली डॉन नहीं है.
सत्यम शिवम सुंदरम (1978)
राज कपूर के निर्देशन में बनी इस फिल्म में ज़ीनत ने एक गांव की लड़की रूपा की भूमिका निभाई थी. जिसकी आवाज बहुत ही सुरीली होती है लेकिन उसका चेहरा आधा जला हुआ होता है. वहीं गांव में आए इंजीनियर शशि कपूर को रूपा की मधुर आवाज जाता है . लेकिन शादी के बाद रूपा का पूरा चेहरा देखने के बाद उसका पति उसे छोड़ देता है. पहले इस फिल्म को काफी आलोचनाएं मिली थी लेकिन बाद में फिल्म को दर्शकों ने खूब पसंद किया था.
ये भी देखें : Varun Dhawan और Kriti Sanon ने फिल्मों में फीस को लेकर की ये बातें, कहा- खुद का सम्मान करना होगा
हरे रामा हरे कृष्णा (1971)
हरे रामा हरे कृष्णा 1971 की एक भारतीय म्यूजिकल ड्रामा फिल्म थी. इस फिल्म में मुमताज, देव आनंद और ज़ीनत अमान नजर आए थे. इस फिल्म में ज़ीनत देव आनंद की बहन बनी थी. ज़ीनत को इस फिल्म के लिए बेस्ट सपोर्टिव फिल्मफेयर अवार्ड मिला था. इसके आलावा बेस्ट एक्ट्रेस के लिए ज़ीनत को बीएफजेए अवार्ड मिला था. फिल्म की कहानी उन युवाओं पर आधारित थी जो कम उम्र में नशों की लत में पड़ जाते है. फिल्म का हिट ट्रैक सॉन्ग 'दम मारो दम' ने खूब सुर्खियां बटोरी थी.