यूपी चुनाव 2022 ने कई समीकरणों को ध्वस्त किया है, तो कई समीकरण बने भी हैं. राजनीति के इस मैदान में हार कई ऐसे दिग्गजों को भी मिली है जो सालों से अपनी सीट से जीतते आ रहे थे. इस हार ने बीजेपी की जीत सुनिश्चित करने का काम किया. ऐसी सीटें जहां जीत पाना पार्टी के लिए टेढ़ी खीर रही है, बीजेपी ने इस चुनाव में वहां भी जीत का परचम लहरा दिया है. मथुरा की मांट, बलिया की बांसडीह और गोरखपुर की चिल्लूपार में बीजेपी की जीत होना ऐसा नतीजा है, जिसपर खुद राजनीतिक विश्लेषक अभी तक यकीन नहीं कर पा रहे हैं... आइए एक नजर डालते हैं इन सीटों के परिणामों पर और यहां बीते कुछ चुनावों के नतीजों पर...
बांसडीह
इस फेहरिस्त में सबसे पहला नाम सपा के पूर्व विधायक और विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष रामगोविंद चौधरी का हैं. आठ बार के विधायक रहे रामगोविंद चौधरी को निषाद पार्टी-भाजपा गठबंधन प्रत्याशी केतकी सिंह ने जोरदार पटखनी दी है. यहां से केतकी सिंह ने 21352 मतों के अंतर से पराजित किया. बांसडीह में पहली बार भाजपा का खाता खुला है. बलिया की हाट सीट में बांसडीह भी खूब चर्चा में रही है. सबकी नजरें टिकी थी कि लगातार भारी मोदी लहर में जीत हासिल कर चुके रामगोविंद चौधरी क्या इस बार भी यहां से जीतेंगे लेकिन अखिर में रामगोविंद चौधरी चुनाव हार गए. बता दें रामगोविंद चौधरी अखिलेश के करीबी नेता मानें जाते हैं.
चिल्लूपार
उत्तर प्रदेश में कुछ विधानसभा क्षेत्र ऐसे हैं, जिनका जिक्र होते ही कई सियासी चेहरे, समीकरण, अपराध और बाहुबली आंखों के सामने तैरने लगते हैं. ऐसी ही एक विधानसभा है चिल्लूपार जहां का सियासी समीकरण एक राजनीतिक परिवार के हाते (चौखट) से शुरू होकर वहीं समाप्त हो जाता है. 2017 में भी इस सीट पर भाजपा नहीं जीत सकी. गोरखपुर जिले की चिल्लूपार विधानसभा जहां किसी लहर का कोई असर नहीं लेकिन इस बार यहां से बीजेपी (BJP Candidate Jajesh Tripathi) की जीत हुई है. बीजेपी उम्मीदवार राजेश त्रिपाठी ने समाजवादी पार्टी प्रत्याशी विनय शंकर को 21645 वोटों के अंतर से हरा दिया है. चुनाव आयोग के आंकड़ों के मुताबिक राजेश त्रिपाठी को 96777 वोट हासिल हुए तो वहीं सपा को 75132 वोटों के साथ दूसरे नंबर पर रही. बीएसपी 45729 वोटों से साथ तीसरे पायदान पर रही.
मांट
मोदी लहर में भी अजेय रहने वाले राजनीति के चाणक्य कहे जाने वाले श्यामसुंदर शर्मा की किलेबंदी योगी लहर में टूट गई. भाजपा के राजेश चौधरी ने आठ बार के विधायक को पटखनी देकर मांट विधानसभा में इतिहास रचकर कमल खिला दिया। भाजपा नेतृत्व के विश्वास पर खरा उतरे राजेश ने यह सीट भाजपा की झोली में डाल दी है. जाट बहुल मानी जाने वाली मांट विधानसभा सीट से पहली बार जाट प्रत्याशी राजेश चौधरी ने परचम लहराया है.
बीजेपी प्रत्याशी राजेश चौधरी (BSP Candidate Win) ने बीएसपी उम्मीदवार और मौजूदा विधायक श्याम सुंदर शर्मा को हराकर शानदार जीत दर्ज की है. राजेश चौधरी ने बीएसपी प्रत्याशी को 9580 वोटों से हराया है. राजेश चौधरी को 83958 वोट मिले हैं. वहीं बीएसपी के श्याम सुंदर 74378 वोटों के साथ दूसरे नंबर पर हैं. समाजवादी पार्टी उम्मीदवार डॉ. संजय लाठर को 60585 वोट मिले हैं. इसके साथ ही मांट सीट पर सपा तीसरे नंबर की पार्टी रही. मांट विधानसभा (Mant Assembly Seat) प्रदेश की उन सीटों में से एक है जिस पर एक ही व्यक्ति पिछले 8 बार से लगातार चुनाव जीत रहा है.
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