UP Election 2022: उत्तर प्रदेश में चुनाव की घोषणा होने के बाद अब सभी राजनीतिक दल चुनाव प्रचार की दौड़ में जुट गए हैं. हालांकि आयोग ने 15 जनवरी तक डिजिटल कैंपेन करने को कहा है, लेकिन ओमिक्रॉन वेरिएंट के मामलों को देखते हुए ऐसा लगता है कि पूरा कैंपेन ही डिजिटल हो सकता है. बीजेपी को मात देने के लिए समाजवादी पार्टी ने भी डिजिटल कैंपेन की आक्रामक रणनीति तैयार की है.
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने शनिवार को पार्टी के मीडिया पैनलिस्ट्स और कार्यकर्ताओं के साथ मीटिंग की. इस दौरान अखिलेश यादव ने टीम से उनके सुझाव लिए. हालांकि इस दौरान पार्टी के कुछ नेताओं ने चिंता जताई है कि सपा के मजबूत गढ़ वाले इलाकों में प्रशासन इंटरनेट स्पीड और कनेक्टिविटी को कमजोर करा रहा है ताकि कैंपेन को प्रभावित किया जा सके.
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सपा के रणनीतिकारों का कहना है कि फेसबुक और यूट्यूब के अलावा समाजवादी पार्टी वॉट्सऐप पर भी मजबूती के साथ काम कर रही है. पार्टी की डिजिटल विंग ने कई वॉट्सऐप ग्रुप्स तैयार किए हैं और उनके माध्यम से लाखों लोगों तक छोटे-छोटे वीडियोज पहुंचाई जा रही है, जो आसानी से डाउनलोड हो सकें और लोगों का डेटा भी कम खर्च हो.
हालांकि अब देखना ये होगा कि किस दल की वर्चुअल प्रचार की रणनीति विधानसभा चुनाव में जीत दिलाएगी.