देश में लोकसभा चुनावों का बिगुल बज चुका है.सभी राजनीतिक दल पूरे तरह से चुनावी महासमर में उतर चुके है.लोकसभा चुनाव में वोटिंग की शुरुआत 19 अप्रैल से होने जा रही है. पहले चरण में 102 सीटों पर वोटिंग होनी है. जहां 1,625 उम्मीदवार मैदान में हैं, जिनमें 1,491 पुरुष हैं. पहले चरण में 21 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों (यूटी) में चुनाव होंगे. इस रिपोर्ट में हम आपको बात कर रहे हैं सीधी लोकसभा सीट की.
सीधी लोक सभा सीट साल 1952 में अस्तित्व में आई. सीधी लोकसभा सीट में सीधी,सिंगरौली और शहडोल जिले के कुछ हिस्से शामिल हैं.इस लोकसभा सीट में आठ विधानसभाएं भी शामिल हैं जिनमें सीधी जिले की चुरहट, सीधी, धौहनी और सिहावल, सिंगरौली जिले की चितरंगी, सिंगरौली और देवसार, शहडोल जिले की ब्योहारी विधानसभा सीट शामिल है.
ये इलाका पहाड़ी होने चलते काफी ख़ूबसूरत है. इस इलाके में कई सुन्दर जगहें भी हैं. यहां संजय डुबरी टाइगर रिजर्व है, यहां घड़ियालों के लिए भी एक वाइल्ड लाइफ सेंटर है, इसके अलावा मडा की गुफाएं भी इस क्षेत्र में प्रमुख दर्शनीय स्थलों में से एक है. इसके साथ ही भंवरसेन ब्रिज की भी सुंदरता भी आकर्षण का केंद्र है.
सीधी लोक सभा सीट पर लंबे वक़्त तक कांग्रेस का कब्जा रहा.लेकिन बीच-बीच में जनता ने अपना मूड बदला और कांग्रेस को अलविदा कहा.इन सभी उठा-पटक के बाद 1998 में बीजेपी ने जीत हासिल की. तब से लेकर 2019 तक के चुनाव में बीजेपी ने ही दाव मारा है, हालांकि बीच में हुए एक लोकसभा उप चुनाव में कांग्रेस के प्रत्याशी को जीत मिली थी. 2019 के चुनाव में बीजेपी की रीति पाठक ने कांग्रेस के दिग्गज नेता अजय सिंह को करीब 2 लाख 86 हजार वोटों से हराया था.
वर्ष 1962, 1967, 1980, 1984 और 1991 में यहां से कांग्रेस प्रत्याशी जीते. बीच में कई बार जनसंघ और भाजपा के प्रत्याशी जीते.इसके बाद भाजपा ने इस सीट पर अपना स्थायी कब्जा जमाया. कांग्रेस के हाथ से फिसली सीधी लोकसभा सीट अब भाजपा के पाले में है. इस संसदीय क्षेत्र में कांग्रेस के कई दिग्गजों ने हाथ आजमाया, लेकिन उन्हें करारी शिकस्त मिली. पूर्व मुख्यमंत्री स्व. अर्जुन सिंह के पुत्र अजय सिंह राहुल और भाई राव रणबहादुर सिंह भी यहां से चुनाव लड़ चुके हैं. वर्ष 2009, वर्ष 2014 और वर्ष 2019 में लगातार तीन चुनाव जीतकर भाजपा हैट्रिक लगा चुकी है.
बीजेपी की ओर से डॉ राजेश मिश्रा और कांग्रेस की ओर से कमलेश्वर पटेल आमने सामने होंगे. गोंगपा ने भी सीधी लोकसभा के लिए अपना उम्मीदवार पूर्व राज्यसभा सांसद अजय सिंह को बनाया है. वहीं बसपा पूजन राम साकेत को उम्मीदवार बनाया है. अब देखना दिलचस्प होगा की लोकसभा 2024 में किसकी जीत होती है.
ये भी पढ़ें: Lok Sabha Elections 2024: विदिशा ने बदली है कई दलों की दिशा, जानें क्यों है खास यहां का राजनीतिक इतिहास