Jam Saheb: गुजरात के जामनगर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जाम साहब शत्रुशल्य सिंह से उनके आवास पर मुलाकात की. इस दौरान उन्होने शत्रुशल्य सिंह के दो बार पैर छुए. पहली बार जब वो मिलने पहुंचे और दूसरी बार जब उन्हें शत्रुशल्य सिंह को शॉल भेंट की. इस दौरान पीएम मोदी को शत्रुशल्य सिंह ने माला पहनाया और सिर पर पगड़ी पहनाई
मिलने के बाद पीएम मोदी ने ट्वीट किया, "...उनके साथ अद्भुत बातचीत हुई। उनसे मिलना हमेशा सुखद होता है. उनकी गर्मजोशी और बुद्धिमत्ता अनुकरणीय है."
दरअसल जामनगर के जामसाहेब शत्रुशल्य सिंह ने राजपूत समुदाय से अपील की है कि प्रधानमंत्री मोदी को जिताने के लिए पुरुषोत्तम रुपाला को माफ कर दें. हालांकि उन्होने रूपाला के बयान की निंदा की थी . रुपाला के बयान को लेकर राजपूत समुदाय के लोग राजकोट से रूपाला की जगह किसी और को टिकट देने की मांग कर रहे हैं इस पर जामसाहेब ने पत्र लिखकर रूपाला को माफ करने और पीएम मोदी को तीसरी बार प्रधानमंत्री बनाने का आह्वान किया है.
नवानगर के ‘महाराजा’ की प्रतीकात्मक उपाधि धारण करने वाले अंतिम शख्स शत्रुसल्यसिंहजी की मोदी के सिर पर ‘हलारी पगड़ी’ (शाही पगड़ी) लगाते हुए तस्वीरें भी साझा कीं।
बाद में मोदी टोपी पहनकर रैली स्थल पर पहुंचे। रैली को संबोधित करते हुए, मोदी ने भूचर मोरी की लड़ाई को याद किया। यह लड़ाई 1591 में नवानगर रियासत के नेतृत्व वाली काठियावाड़ की सेना और मुगल सेना के बीच जामनगर जिले के ध्रोल के पास भूचर मोरी पठार पर लड़ी गई थी।
क्षत्रिय समुदाय पूर्व शासकों के बारे में रूपाला के बयान से नाराज है। रूपाला ने यह दावा करके विवाद पैदा कर दिया था कि तत्कालीन ‘महाराजाओं’ ने विदेशी शासकों और अंग्रेजों के उत्पीड़न के आगे घुटने टेक दिए और यहां तक कि अपनी बेटियों की शादी भी उनसे करा दी।
गुजरात में क्षत्रिय समुदाय ने इस टिप्पणी पर कड़ी आपत्ति जताई क्योंकि तत्कालीन राजघरानों में अधिकांश राजपूत थे।
चूंकि भाजपा ने प्रदर्शनकारी राजपूतों की मांग के अनुसार रूपाला को राजकोट के उम्मीदवार के रूप में नहीं हटाया, इसलिए समुदाय ने राज्यव्यापी आंदोलन शुरू कर दिया। क्षत्रिय समुदाय ने गुजरात में राजकोट और जामनगर सहित कम से कम 10 सीटों पर भाजपा को ‘हराने’ के लिए सात मई के चुनावों से पहले चार महासम्मेलन आयोजित करने की घोषणा की है।
उन्होने पत्र में लिखा है "क्षमा वीरस्य भूषणम धर्म" को हमेशा याद रखें और क्षमा कर दें