Bengal: पश्चिम बंगाल में हिंसा के बाद चुनाव आयोग ने मुर्शिदाबाद के डीआईजी को हटाने का निर्देश दिया है. सूत्रों ने बताया कि उनके खिलाफ ये कार्रवाई हिंसा रोकने में अधिकारी की ओर से "निगरानी की कमी" को लेकर उन पर कार्रवाई की गई है. दरअसल मुर्शिदाबाद में दो हिंसक घटनाएं दर्ज की गईं जिसमें हथियार और गोला बारूदों का उपयोग किया गया. सूत्रों के मुताबिक लोकसभा चुनाव की घोषणा से पहले पश्चिम बंगाल के दौरे पर आए आयोग ने कहा था कि चुनावी हिंसा को बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और इसकी ' हाई लेवल ' पर जवाबदेही तय की जाएगी
बहरामपुर से मौजूदा सांसद अधीर रंजन चौधरी ने डीआईजी मुकेश के खिलाफ शिकायत की थी. उनका कहना था कि आईपीएस अधिकारी मुकेश टीएमसी के लिए काम कर रहे थे. इसके बाद ही इनका ट्रांसफर हो गया है.
आयोग ने इससे संबंधित पत्र राज्य के मुख्य सचिव बीपीी गोपालिक को लिखा है जिसमें कहा गया है कि मुकेश को मुर्शिदाबाद के डीआईजी पद से हटाकर ऐसे पद पर नियुक्त किया जाना चाहिए, जिसका चुनाव से कोई संबंध नहीं है. राज्य को मुर्शिदाबाद के डीआईजी पद के लिए तीन लोगों का नाम शाम 5 बजे तक भेजने के लिए कहा गया है जिसमें से किसी एक को आयोग मुर्शिदाबाद का डीआईजी नियुक्त करेगा.
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