Silk Smitha : विजयालक्ष्मी वाडलापति - Vijayalakshmi Vadlapati (2 दिसंबर 1960 - 23 सितंबर 1996) को सिल्क स्मिता (Silk Smitha) के नाम से जाना जाता है. वह एक ऐक्ट्रेस थी और मुख्य रूप से दक्षिण भारत की फिल्मों में काम किया. सिल्क स्मिता की पहली फिल्म 1979 में बनी तमिल फिल्म वंदीचक्करम (Vandichakkaram) थी.
इस फिल्म में उनके किरदार का नाम "सिल्क" था. सिल्क स्मिता ने अपने करियर के 17 वर्षों में मलयालम, तेलुगू, तमिल, कन्नड़ और हिंदी भाषाओं की 450 फिल्मों में काम किया. सिल्क 23 सितंबर 1996 को चेन्नई के अपने अपार्टमेंट में मृत पाई गईं, जिसे देखने से ये आत्महत्या ही प्रतीत हुई...
ये भी देखें- क्या Miss World कॉम्पिटिशन में Priyanka Chopra को मिला स्पेशल ट्रीटमेंट? अवॉर्ड वाली रात का सच
आज इस लेख / वीडियो में हम सिल्क स्मिता के जीवन को करीब से जानेंगे. सिल्क स्मिता का जन्म (Where Silk Smitha Born) कहां हुआ? सिल्क स्मिता के माता-पिता (Silk Smitha Parents Name) कौन थे? सिल्क स्मिता का फिल्मी करियर (Silk Smitha Career) कैसा था? हम सिल्क स्मिता के बारे में सबकुछ जानेंगे (All about Silk Smitha) झरोखा के इस खास एपिसोड में...
90 का दौर भारत में बहुत कुछ लेकर आया था... इसने हमें जो जो दिया उसमें से एक था सिनेमाहॉल में लगने वाला मॉर्निंग शो... टिकट सस्ता होता और सॉफ्ट पोर्न की ताक में रहने वाले लोगों का यहां जमघट लग जाया करता था...
इस दौर में सॉफ्ट पोर्न (Soft Porn) दिखाने वाली फिल्मों के नाम भी अजीबोगरीब थे, जैसे कातिल जवानी, रेशमा की जवानी, काम तंत्र, बीवा अनाड़ी-साली खिलाड़ी.. ये पोस्टर सिनेमा हॉल के आजू बाजू खूब दिखाई देते थे. यही वो दौर था जब भारत में और खासतौर से दक्षिण में बी ग्रेड फिल्मों (B-Grade Movies) की बुनियाद पड़ी...
इन फिल्मों की स्टार्स होती थीं शकीला (Shakeela), नादिया नायस (Nadia Nyce) और सिल्क स्मिता (Silk Smitha)... इन फिल्मों को ब्लू फिल्म (Blue Film) भी कहते थे और वो इसलिए क्योंकि इसमें एक खास तकनीक का इस्तेमाल होता था और फिल्म बनाते वक्त कलाकारों की पहचान छिपा ली जाती थी... ऐसी फिल्मों को कई भाषाओं में डब करके नॉर्थ इंडिया में भी मॉर्निंग शो चलाए जाते...
दक्षिण भारत में इस इंडस्ट्री के पनपने की वजह ये थी कि वहां का सेंसर बोर्ड (Censor Board) बहुत ढीला था..
20 साल की शकीला 90 के दौर में ब्लू फिल्मों की प्ले गर्ल थीं. उन्होंने लगभग 100 फिल्मों में काम किया... शकीला की कई फिल्में फेमस रहीं... जिन्हें देशी विदेशी भाषाओं में डब किया गया. 2002 में जब शकीला ने बदनाम फिल्मों में काम करना बंद कर दिया तो अचानक साउथ इंडिया की फिल्म इंडस्ट्री (South India Film Industry) का रेवेन्यू घट गया.
नादिया नायस का 1995 में विदेशी ऐक्टर रूडने मूर (Rodney Moore) के साथ अश्लील वीडियो आया तो एक बार फिर नादिया की वजह से साउथ की इंडस्ट्री में अडल्ट फिल्म उछाल आ गया... कई अडल्ट फिल्मों में काम करने के बाद नादिया अपने परिवार के साथ यूके में जा बसीं...
सिल्क स्मिता के जीवन पर एकता कपूर (Ekta Kapoor) की फिल्म 'द डर्टी पिक्चर' (The Dirty Picture) ने दक्षिण भारत की एडल्ट फिल्म इंडस्ट्री के बारे में काफी कुछ खुलासा किया. सिल्क स्मिता ने छोटे से करियर में शोहरत की जिस बुलंदी को छुआ, उसके लिए कई सितारे तरसते हैं... 2 दिसंबर को ही सिल्क स्मिता यानी विजयलक्ष्मी वाडालापति का जन्मदिन है.
ये भी देखें- Choreographer Saroj Khan Life: निर्मला नागपाल कैसे बन गई सरोज खान? पति से रिश्ता क्यों टूटा?
सिल्क स्मिता की आत्महत्या को 26 साल गुजर गए हैं, लेकिन उन्होंने ऐसा क्यों किया इसकी सही वजह आज तक कोई जान नहीं सका है. सिल्क स्मिता को दक्षिणी फिल्म इंडस्ट्री में सबसे विवादास्पद अभिनेत्रियों में से एक माना जाता है. वह कामुकता की रानी थी और अपने करियर के चरम पर दर्शकों की ऐसी पसंद थी कि उनके एक गाने को देखने भर के लिए सिनेमाहॉल हाउसफुल हो जाया करते थे. भारतीय सिनेमा की मर्लिन मुनरो (Marilyn Monroe) के रूप में जानी जाने वाली स्मिता ने 17 साल के करियर में 5 भाषाओं में 450 से ज्यादा फिल्मे कीं....
23 सितंबर 1996 को, स्मिता ने चेन्नई के अपने अपार्टमेंट में आत्महत्या कर दी थी... इसकी सटीक वजह अभी तक पता नहीं चल सकी है लेकिन बताया गया था कि ऐक्ट्रेस कई समस्याओं से गुजर रही थी... वह फाइनेंशियल प्रॉब्लम्स, प्यार में नाकामी और गंभीर डिप्रेशन में थीं...
स्मिता तमिल, मलयालम, तेलुगु, कन्नड़ और हिंदी सिनेमा में फैंस की ड्रीम गर्ल बन गई थीं... उनके दौर में शायद ही साउथ की कोई फिल्म थी जो उनके आइटम डांस के बिना रिलीज हुआ करती थीं. 23 सितंबर 1996 को वह चेन्नई में अपने घर में मृत पाई गई और इसे आत्महत्या करार दिया गया...
सिल्क स्मिता ने अपनी मौत से पहले हाथ से एक खत लिखा था. इस चिट्ठी में उन्होंने अपनी दुखद जिंदगी के बारे में सबकुछ कह डाला था... यह पत्र इंटरनेट पर खूब वायरल भी हुआ. तेलुगू से अंग्रेजी में अनुवाद के बाद खत को जितना समझा जा सका, उसमें स्मिता ने ये लिखा था-
“सिर्फ मैं ही जानती हूं कि एक अभिनेत्री बनने के लिए मैंने कितनी मेहनत की है. मुझे किसी ने प्यार नहीं किया. केवल बाबू (डॉ. राधाकृष्णन) ही मेरे साथ थोड़ा प्यार से पेश आए. हर किसी ने मेरे काम का फायदा उठाया. जिंदगी से मैं बहुत कुछ चाहती हूं... मैं इन सभी ख्वाहिशों को पूरा भी करना चाहती हूं लेकिन मैं जहां भी गई मुझे शांति नहीं मिली. सबने मुझे परेशान ही किया... और इसलिए अब मौत मुझे बुला रही है. मैंने सबके लिए अच्छा किया है और फिर भी मेरा जीवन ऐसा है? भगवान, क्या यही न्याय है? मुझे अपनी कमाई का आधा हिस्सा बाबू को देना पड़ा. मैं उनसे बहुत प्यार करती थी और ईमानदार भी थी. मुझे विश्वास था कि वह मुझे कभी धोखा नहीं देंगे लेकिन उन्होंने ठीक वैसा ही किया.
आत्महत्या के वक्त अभिनेत्री 36 साल की भी नहीं थीं... उन्होंने चिट्ठी में आगे लिखा-
"अगर भगवान है तो उसे (बाबू को) सजा जरूर मिलेगी. उसने मेरे साथ जो बुरा बर्ताव किया, उसे मैं सहन नहीं कर सकी. उन्होंने मुझे हर दिन चोट पहुंचाई. वे सोचते हैं कि वे जो कर रहे हैं वह सही है. बाबू भी ऐसे लोगों में शामिल हैं. उन्होंने मेरे गहने वापस नहीं किए. अगर मैं और भी जिउं तो भी उससे कोई फर्क नहीं पड़ता. भगवान ने मुझे क्यों बनाया? रामू और राधाकृष्णन ने मुझे बहुत बहकाया. मैंने उनके लिए बहुत से अच्छे काम किए हैं लेकिन वे मुझे मौत की ओर धकेल रहे हैं.
सिल्क गहरे दुख में डूबकर इस चिट्ठी को लिखती रहीं... उन्होंने आगे लिखा-
"कई लोगों ने मेरे जिस्म का इस्तेमाल किया... कई लोगों ने मेरे काम का फायदा उठाया... मैं बाबू के अलावा किसी को शुक्रिया नहीं कहूंगी... पिछले पांच सालों से कोई कह रहा है कि वह मुझे जिंदगी देंगे.. क्या कोई सोच सकता है, मैं उस जीवन के लिए कितना तरसी हूं..? लेकिन जब मुझे एहसास हुआ कि यह सब सिर्फ शब्द थे तो मैं थक गई... इसे अब और बर्दाश्त नहीं कर सकती... मुझे यह पत्र लिखना मुश्किल भरा लगा... मैं वह गहने भी नहीं खरीद पा रही हूं जिन्हें मैं पसंद करती हूं... अब और कौन इसे लेने जा रहा है? मुझे नहीं पता…"
फिल्म क्रिटीक सुंदरदास (Film Critic Sundar Das) ने, सिल्क स्मिता का शिवाजी गणेशन (Sivaji Ganesan) के साथ एक किस्सा शेयर किया था... उन्होंने कहा कि शिवाजी का जब तमिल सिनेमा में सिक्का चलता था, तब एक रोज जब वह स्टूडियो में आए तो स्मिता कुर्सी पर बैठी हुई थी...
शिवाजी को देखकर दूसरे सभी लोग खड़े हो गए थे उन्हें ग्रीट भी किया लेकिन स्मिता वहीं बैठी रहीं... और वह भी एक पैर को दूसरे पैर की जांघ पर रखकर... स्मिता का ऐसा करना वहां बैठे लोगों को पसंद नहीं आया. शिवाजी ने भी तब स्मिता को कुछ देर देखा... तब भी स्मिता हिली नहीं... जब बा में किसी ने उससे पूछा कि उसने ऐसा क्यों किया, तो उसका जवाब था कि उसने अपना पैर अपनी ही जांघ पर रखा था, शिवाजी पर नहीं...
महीनों बाद स्मिता ने एक साथी ऐक्ट्रेस से कहा था कि वह अपनी कुर्सी से इसलिए नहीं उठी क्योंकि उसने एक टाइट मिनी पहन रखी थी और उन्हें लगा था कि उसे खुद को उस भड़कीली पोशाक में शिवाजी को नहीं दिखाना चाहिए...
2 दिसंबर 1960 को, आंध्र प्रदेश (Andhra Pradesh) के कोवली गांव में एक तेलुगु परिवार में सिल्क का जन्म विजयलक्ष्मी वदलापाटला के रूप में हुआ था...23 सितंबर, 1996 को रहस्यमयी मौत के सालों बाद भी उन्हें उनके फिल्मी नाम सिल्क स्मिता से ही जाना जाता है... भारतीय सिनेमा के इतिहास में सबसे बोल्ड अभिनेत्रियों में से एक, सिल्क स्मिता को 'क्वीन ऑफ सेंसुऐलिटी' (Queen of Sensuality) के रूप में परिभाषित किया गया...
2011 में एकता कपूर की फिल्म, द डर्टी पिक्चर में विद्या बालन (Actress Vidya Balan) को सिल्क स्मिता के रूप में दिखाया गया था. इस फिल्म ने बॉक्स-ऑफिस के कई रिकॉर्ड तोड़ डाले और कई अवॉर्ड भी जीते. इस फिल्म ने सिल्क के करियर में बोल्ड सीन्स, शराब की लत, दिल टूटने और उनकी ग्लैमरस लाइफस्टाइल से लोगों को गहराई से वाकिफ कराया था. हालांकि फिल्म यह दिखाने में नाकाम रही कि सिल्क स्मिता वास्तव में क्या थीं, उनकी पृष्ठभूमि और बचपन कैसा था... 14 साल की उम्र में जबरन शादी और भी कई दूसरे अनकहे सच... फिल्म में आपको नहीं दिखाए गए...
आइकॉनिक ऐक्ट्रेस सिल्क स्मिता के माता पिता रामालू और सरसम्मा थे. सिल्क स्मिता के परिवार की आर्थिक स्थिति उस समय दयनीय थी. सिल्क स्मिता के परिवार में आर्थिक संकट इतना गहरा था कि उन्हें चौथी कक्षा पूरी करने के बाद अपनी पढ़ाई छोड़नी पड़ी. एक छोटी बच्ची के रूप में यह वास्तव में उसके लिए एक दिल दहला देने वाला क्षण था. तब वह केवल 10 साल की थी.
स्कूल छोड़ने के बाद सिल्क स्मिता ने घर के कामों में अपनी मां सरसम्मा की मदद करनी शुरू की...कुछ वर्षों के बाद, माता-पिता ने उनकी जानकारी के बिना, एक अनजान शख्स से उनकी शादी कर दी... उनकी सुंदरता और अच्छे स्वभाव के हिसाब से सही लड़का ढूंढ पाने में मां-पिता नाकाम रहे... 14 साल में शादी के कुछ सालों बाद उन्होंने शादी से अलग होने का फैसला लिया.. इस फैसले ने ही सिल्क की जिंदगी बदल दी..
अब सिल्क स्मिता चेन्नई में अपनी मौसी के साथ रहने लगी... उन्होंने एक मेकअप आर्टिस्ट के रूप में काम करना शुरू कर दिया.... ऐक्ट्रेस कई फिल्मों में छोटी भूमिकाओं में भी दिखाई दी थी, लेकिन वे सभी बिना क्रेडिट वाली भूमिकाएं थीं.
अपने संघर्ष के दिनों में, एक बार सिल्क स्मिता किसी काम की वजह से चेन्नई के मशहूर AVM स्टूडियो के पास थीं, और यह उनके जीवन का सबसे खास पल बन गया. अभिनेत्री अपने काम में बिजी थीं और तभी Vinu Chakravarthy की नजर उनपर गई.. वह अपनी पत्नी कर्ण पू के साथ वहां से गुजर रहे थे...
फिल्ममेकर वहीं रुक गए और वह सिल्क को अपने विंग में ले गए... उन्होंने ही स्मिता के लिए ऐक्टिंग, डांस और शिष्टाचार की क्लास अरेंज की और उन्हें वह अवसर दिया, जिसकी वह हकदार थीं...
ये भी देखें- Aishwarya Rai Bachchan Biography : जब ऐश का KISS सीन देख बौखला गई थी बच्चन फैमिली
सिल्क स्मिता ने अपने अभिनय की शुरुआत फिल्म Inaye Thedi से की थी, जिसे मलयालम निर्देशक, एंटनी ईस्टमैन ने डायरेक्ट किया था... फिल्म 10 जुलाई, 1981 को रिलीज़ हुई थी. फिल्म को दर्शकों से सकारात्मक प्रतिक्रिया मिली थी, लेकिन सिल्क स्मिता अभी भी प्रसिद्ध अभिनेताओं की भीड़ में छिपी थी...
कई लोगों का मानना है कि सिल्क स्मिता के फिल्म इंडस्ट्री में आने के बाद उन्होंने अपना नाम विजयलक्ष्मी वदलापातला से बदलकर सिल्क स्मिता रख लिया था. लेकिन यह आधा सच है, क्योंकि उन्होंने अपना नाम बदलकर स्मिता रख लिया था, लेकिन उनकी फिल्म Vandichakkaram (1980) की रिलीज के बाद उनके नाम के साथ 'सिल्क' शब्द जुड़ गया. फिल्म में उन्होंने 'सिल्क' नाम की एक बार गर्ल का किरदार निभाया था और फिल्म में उनके असाधारण प्रदर्शन के कारण उन्हें आने वाले वर्षों में 'सिल्क स्मिता' के नाम से जाना जाने लगा.
सिल्क स्मिता फिल्मों में अपनी बोल्ड ऐक्टिंग और इंटिमेट सींस की वजह से पहले ही दिलों पर राज कर रही थी लेकिन आइकॉनिक फिल्म Moondru Mugam में जब वह सुपरस्टार रजनीकांत के साथ दिखाई तो उनका स्टेटस चेंज हो चुका था... अब वह सिंबल ऑफ सेंसुऐलिटी बन चुकी थीं... 80 से 90 के दशक तक, हर डायरेक्टर अपनी फिल्मों में सिल्क स्मिता का गाना जरूर बनाता क्यों उनकी 4-5 मिनट की मौजूदगी ही सिनेमाहॉल को खचाखच भर देती थी..
कई रिपोर्ट्स के अनुसार, सिल्क स्मिता बेहद इंट्रोवर्ट थीं... शायद ही कभी वह अपनी मुश्किलों को किसी से शेयर करती थीं... वह सीधे-सादे व्यक्तित्व के लिए भी मशहूर थीं. अपनी फिल्मों के सेट पर समय पर पहुंचने से लेकर अंग्रेजी सीखने की इच्छा तक, सिल्क स्मिता अपनी पीढ़ी की सबसे ज्यादा तारीफें बंटोरने वाली ऐक्ट्रेसेस में से एक थीं... हालांकि, उनके बारे में सबसे अच्छी बात यह थी कि वह अपने व्यस्त फिल्म शेड्यूल के बावजूद हमेशा अपने पुराने दोस्तों के लिए समय निकालती थीं.
अपने निजी जीवन में कई असफल रिश्तों के बाद, सिल्क स्मिता ने ऐक्टिंग में अपनी पकड़ खोनी शुरू कर दी थी और डिप्रेशन में डूब गईं. ग्लैमरस ऐक्ट्रेस के लिए यह बेहद मुश्किल हालात थे. फिल्म इंडस्ट्री में अपने बुरे दौर में वह अच्छे दोस्तों की कमी और सही पहचान पाने के लिए संघर्ष करती रहीं...
23 सितंबर 1996 को सिल्क स्मिता अपने घर में फांसी पर झूलती मिली. हालांकि आज भी उनकी रहस्यमयी मौत से कुछ सवाल जुड़े हुए हैं.
पिछले कुछ वर्षों में, हमने सिल्क स्मिता के जीवन पर आधारित या पूरी तरह से प्रेरित कुछ फिल्में देखी हैं. सिल्क स्मिता के जीवन से प्रेरित पहली फिल्म विद्या बालन स्टार्टर, द डर्टी पिक्चर (2011) थी. दूसरी कन्नड़ फिल्म है जिसका टाइटल डर्टी पिक्चर: सिल्क सक्कथ मागा - Dirty Picture: Silk Sakkath Maga (2013) है, जिसमें पाकिस्तानी अभिनेत्री वीना मलिक (Pakistani Actress Veena Malik) ने सिल्क स्मिता का किरदार निभाया है. तीसरी एक मलयालम फिल्म है जिसका शीर्षक क्लाइमेक्स - Climax (2013) है, जिसमें सना खान (Sana Khan) नजर आईं...
सिल्क स्मिता ने अपने चार दशक लंबे शानदार अभिनय करियर में 450 फ़िल्में की थीं, लेकिन अभी भी ऐसी कई फ़िल्में हैं जिन्होंने उनके करियर में प्रमुख भूमिका निभाई. जहां कुछ फिल्मों ने सिनेमा में उनकी यात्रा को अच्छी शुरुआत दी, वहीं कुछ ने उनके करियर में रफ्तार भरी... जिन फिल्मों ने सिल्क स्मिता के अभिनय करियर में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी, वे हैं वंदिचक्करम, अदुथा वरिसु, मूंद्रम पिराई, मिस पामीला, पायुम पुली और अदुथा वरिसु...
चलते चलते 2 दिसंबर को हुई दूसरी अहम घटनाओं पर भी नजर डाल लेते हैं
1937 : महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर जोशी (Manohar Joshi) का जन्म हुआ
1959 : बॉलीवुड के मशहूर अभिनेता बोमन ईरानी (Boman Irani) का जन्म हुआ
1976 : फिदेल कास्त्रो (Fidel Castro) क्यूबा के राष्ट्रपति बने
1972 : ऐक्टर अपूर्व अग्निहोत्री (Apurva Agnihotri) का जन्म हुआ
1989 : विश्वनाथ प्रताप सिंह (Vishwanath Pratap Singh) भारत के 7वें प्रधानमंत्री बने