History 13 March: 40 साल बाद उधम सिंह ने लिया था जलियांवाला हत्याकांड का बदला, जानें आज का रोचक इतिहास

Updated : Mar 12, 2024 22:40
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Editorji News Desk

On This Day in History 13 March: इतिहास के नजरिए से 13 मार्च का दिन बेहद खास है. 13 मार्च साल 1940 ये वो दिन था जब सरदार उधम सिंह ने जलियांवाला बाग़ हत्याकांड (Jaliwalabagh massacre) का बदला लिया था. उधम सिंह (Udham Singh) ने उस समय पंजाब के गवर्नर जनरल रहे अंग्रेज अधिकारी माइकल ओ डायर (Michael O'Dwyer) को लंदन में भरी सभा में गोली मारी थी. बता दें 13 अप्रैल साल 1919 में बैसाखी के दिन पंजाब के जलियांवाला बाग़ में रोलेट एक्ट के विरोध में शांतिपूर्वक जनसभा चल रही थी. इस बीच अंग्रेज फौज की एक टुकड़ी ने ब्रिगेडियर जनरल आरईएच डायर (Brigadier General REH Dyer) के आदेश पर निहत्थे लोगों पर अंधाधुन गोलियां बरसा दी. इस नरसंहार में 1,000 से ज्यादा निहत्थे स्त्री, पुरुष और बच्चे मारे गए थे. 1,200 से ज्यादा लोग घायल हुए थे. इसी नरसंहार का 21 साल बाद सरदार उधम सिंह ने बदला लिया था. 

इतिहास के दूसरे अंश में बात क्रिकेट की होगी. 13 मार्च साल 1956 ये वो दिन था जब न्यूजीलैंड ने टेस्ट क्रिकेट (new zealand test cricket) की पहली जीत हासिल की. बता दें 26 साल के लम्बे इंतजार और 45 टेस्ट मैच खेलने के बाद न्यूजीलैंड टीम की झोली में ये मौक़ा आया था. ये मैच वेस्‍टइंडीज (West Indies) के खिलाफ ऑकलैंड (Auckland Test) में खेला गया था. 22 हार और 22 टेस्ट मैच ड्रॉ होने के बाद न्यूजीलैंड को ये शानदार जीत मिली थी. 

इतिहास के तीसरे अंश में बात प्रख्यात सितार वादक उस्ताद विलायत खां (Sitar player Ustad Vilayat Khan) की करेंगे. आज उनकी पुण्यतिथि है. विलायत खां साहब का जन्म गौरीपुर (वर्तमान बांग्लादेश) में एक प्रख्यात संगीतज्ञ परिवार में हुआ था. उस्ताद विलायत खां  ने महज 8 साल की उम्र में सितारवादन की पहली रिकॉर्डिंग (First recording of sitar playing) की थी. बता दें उस्ताद खां भारत के पहले संगीतकार थे जिन्होंने भारत की आज़ादी के बाद इंग्लैंड जाकर संगीत पेश किया था. उनकी कला के सम्मान में राष्ट्रपति फ़ख़रूद्दीन अली अहमद (President Fakhruddin Ali Ahmed) ने उन्हें आफ़ताब-ए-सितार का सम्मान दिया था और ये सम्मान पानेवाले वे एकमात्र सितारवादक थे. 13 मार्च साल 2004 में लंग कैंसर की वजह से उनका निधन हुआ. 

देश-दुनिया में 13 मार्च का इतिहास 

2013: ब्यूनस आयर्स के आर्कबिशप जॉर्ज मारियो बर्गोग्लियो रोमन कैथोलिक चर्च के पोप बनाए गए. 


1997: मदर टेरेसा की उत्तराधिकारी के रूप में सिस्टर निर्मला को मिशनरीज ऑफ चैरिटी के सुपीरियर जनरल के पद पर चुना गया. 

1992: तुर्की में आए भूकंप से करीब 500 लोगों की मौत हो गई और हजारों लोग बेघर हो गए. 

1980: कांग्रेस नेता संजय गांधी के बेटे वरुण गांधी का जन्म हुआ।. 

1963: खेलों में उल्लेखनीय प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों को पहली बार अर्जुन पुरस्कार प्रदान करने का ऐलान किया गया. 

1961: ब्रिटेन की दो महिला और तीन पुरुष अधिकारियों पर रूस के लिए जासूसी करने का आरोप लगा. 

1938: ऑस्ट्रिया और जर्मनी के बीच दि अंश्चलेस नाम के पॉलिटिकल यूनियन की घोषणा हुई. 

1925: अमेरिकी राज्य टेनेसी की विधायिका ने राज्य के पब्लिक स्कूलों में चॉर्ल्स डार्विन की थ्योरी ऑफ इवोल्यूशन को पढ़ाने पर बैन लगाने का बिल पास किया. 

781: खगोलशास्त्री विलियम हर्शेल ने अरुण, यानी यूरेनस ग्रह का पता लगाया. 

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