PARAKH: देशभर में स्कूली शिक्षा को एक जैसा ( same board in india) बनाने की कोशिश में सरकार लगी हुई है. इसके लिए केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय और नेशनल अस्सेस्मेंट रेगुलेटर 'परख' का इस्तेमाल किया जा रहा है. परख (what is parakh,) का पूरा नाम Performance Assessment, Review, and Analysis of Knowledge for Holistic Development, यानी समग्र विकास के लिए प्रदर्शन मूल्यांकन, समीक्षा और ज्ञान का विश्लेषण है. इसके माध्यम से सभी मान्यता प्राप्त स्कूल बोर्ड 'परख' की गाइडलाइन्स के अनुसार ही उसे ऑब्सर्वे करेंगे. इसी के मुताबिक स्कूलों में पढ़ाई कराई जाएगी और मूल्यांकन भी किया जाएगा. परख के जरिये स्कूली छात्रों को सब्जेक्ट स्पेसिफिक शिक्षा देने के लिए इवैल्यूएशन स्टैंडर्ड और असेसमेंट को तैयार करने पर जोर दिया जाएगा.
बता दें वर्तमान समय में देशभर में करीब 60 तरह ले स्कूली शिक्षा बोर्ड हैं. जिसमे केंद्र और राज्यों के लिए अलग-अलग बोर्ड स्थापित हैं. अब क्योंकि सभी बोर्ड में सिलेबस और असेसमेंट का क्राइटेरिया अलग है जिस वहज से राष्ट्रिय स्तर पर प्रतियोगी परीक्षाओं में बैठने वाले छात्र/छात्राओं को खासी दिक्कत का सामना करना पड़ता था. ऐसे में कुछ बोर्ड के स्टूडेंट्स को फायदा तो किसी को नुक्सान होता था.
बता दें बीते महीने में शिक्षा मंत्रालय ने एक स्टडी का हवाला देते हुए कहा था कि देश में साल 2021-22 में 60 एजुकेशनल बोर्ड थे. इसके पीछे उद्देश्य राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) 2020 की उस शर्तों को लागू करने के आदेश दिए गए थे जिसमे कहा गया था कि सभी स्कूल बोर्डों में छात्रों के असेसमेंट और सिलेबस के लिए सामान बेंचमार्क निर्धारिक किए जाएंगे.