Wholesale Inflation: खुदरा महंगाई के बाद अब थोक महंगाई में भी बढ़ोतरी देखने को मिली है. गुरुवार यानी 14 दिसंबर को जारी ऑफिशियल आंकड़ों के मुताबिक, नवंबर में भारत की थोक महंगाई दर बढ़कर 0.26% पर पहुंच गई है जो कि पिछले 8 महीने में सबसे ज्यादा है. इससे पहले अक्टूबर महीने में ये -0.52% पर थी.
बता दें कि थोक महंगाई की दर लगातार 7 महीने बाद शून्य के ऊपर रही है. खाद्य महंगाई 1.07% से बढ़कर 4.69% हो गई है.
बता दें कि खाद्य महंगाई दर अक्टूबर के मुकाबले 1.07% से बढ़कर 4.69% रही है. रोज़ाना के ज़रूरत के सामानों की महंगाई दर 1.82% से बढ़कर 4.76%, और ईंधन व बिजली की थोक महंगाई दर -2.47% से घटकर -4.61 रही है. वहीं, मैन्युफैक्चर्ड प्रोडक्ट्स की महंगाई दर -1.13% से बढ़कर -0.64 रही है.
पिछले महीने खाने-पीने की चीज़ों, मशीन व उपकरण, कम्प्यूटर, इलेक्ट्रॉनिक्स एंड ऑप्टिकल प्रोडक्ट्स, खनिजों, मोटर व्हीकल्स, ट्रांसपोर्ट के अन्य इक्विपमेंट और अन्य विनिर्माण आदि के चलते थोक महंगाई में तेजी आई है.
इससे पहले 12 दिसंबर को रिटेल यानी खुदरा महंगाई के आंकड़े जारी किए गए थे. इनके अनुसार भारत की रिटेल महंगाई तीन महीने की गिरावट के बाद नवंबर में बढ़कर 5.55% पर पहुंच गई है. अक्टूबर में रिटेल महंगाई 4.87% रही थी. इसका कारण फल-सब्जियों, दालों, मसालों की कीमतों में उछाल है. डिपार्टमेंट ऑफ कंज्यूमर अफेयर्स के आंकड़ों के मुताबिक, नवंबर में प्याज की कीमतें महीने दर महीने (MoM) 58 फीसदी और टमाटर की कीमतें 35 फीसदी बढ़ीं. इसके अलावा आलू के दाम भी नवंबर में 2 फीसदी बढ़े.
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