UP takes lead in new investor registration: रजिस्टर्ड निवेशकों की संख्या के मामले में उत्तर प्रदेश ने गुजरात को पीछे छोड़ दिया है. एनएसई के मैनेजिंग डायरेक्टर और सीईओ आशीष चौहान ने सीएनबीसी टीवी 18 के 10वें एसबीआई बैंकिंग एंड इकोनॉमिक्स कॉन्क्लेव में ये जानकारी दी. बता दें कि इंडियन इक्विटी मार्केट लगातार रिकॉर्ड हाई पर पहुंच रहा है.
आशीष चौहान ने बदलते इक्विटी मार्केट पर टिप्पणी करते हुए कहा, "अब हम दुनिया में मार्केट कैप के मामले में अमेरिका, चीन और जापान के बाद लगभग 4.5 ट्रिलियन डॉलर के मार्केट कैप के साथ चौथे सबसे बड़े बाज़ार हैं. इसके साथ ही, अब निवेशकों की संख्या के मामले में यूपी ने गुजरात को पीछे छोड़ दिया है.''
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार, भारत में सबसे ज्यादा निवेशकों की संख्या महाराष्ट्र में है, जहां 25 दिसंबर तक 1.48 करोड़ से अधिक रजिस्टर्ड निवेशक थे. यहां एक साल में निवेशकों की संख्या में 16.9 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है. इसके बाद उत्तर प्रदेश और गुजरात का स्थान आता है. उत्तरप्रदेश ने साल 2023 में 23 लाख नए निवेशकों को जोड़ा है.
बता दें कि इस साल सबसे ज्यादा निवेशक जोड़ने के मामले में बिहार पहले स्थान पर रहा जिसमें रजिस्टर्ड निवेशकों की संख्या में 36.6% की बढ़ोतरी दर्ज की गई है. इसके बाद छत्तीसगढ़ (35%), उत्तर प्रदेश (33.8%) और मध्य प्रदेश (28.9%) का स्थान है.
पूर्वोत्तर राज्यों में भी नए निवेशकों की संख्या में काफी बढ़ोतरी दर्ज़ की गई है. मिज़ोरम में नए निवेशकों की संख्या में 54.9 फीसदी और नागालैंड में 54 फीसदी और त्रिपुरा में 41.3 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई है.
25 दिसंबर तक के आंकड़ों के मुताबिक, देश में 8.49 करोड़ से ज्यादा रजिस्टर्ड निवेशक हैं, जो पिछले साल से 22.4 फीसदी ज्यादा है. इस बढ़ोतरी की वज़ह महानगरों के बाहर ऑनलाइन ट्रेडिंग प्लेटफॉर्मों की ज्यादा पहुंच है. यूट्यूब और इंस्टाग्राम जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर फाइनेंस और बिज़नेस संबंधी सूचना की भरमार ने शेयर मार्केट में निवेश को लेकर जागरूकता पैदा की है.
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