Noida: यूपी के गौतमबुद्धनगर में आईटी सेक्टर तेजी से बढ़ रहा है. नोएडा-ग्रेनो एक्सप्रेसवे के किनारे का इलाकारा आईटी सेक्टर के लिए मुफीद एरिया बन रहे हैं, एक्सप्रेस-वे के किनारे पहले ही कई बड़ी कंपनियों ने डेरा डाल दिया है.
मेट्रो और आने वाले दिनों में नोएडा इंटरनैशनल एयरपोर्ट की कनेक्टिविटी भी इन्हें आकर्षित कर रही है. नोएडा अथॉरिटी के पास कई बड़े आईटी सेक्टर के ग्रुप आए हैं जो एक्सप्रेसवे किनारे की जमीन चाह रहे हैं.
कई बड़े आवंटन यहां पर अथॉरिटी कर भी चुकी है यानी शहर का सिलिकॉन वैली एक्सप्रेस-वे का किनारा ही बनने वाला है.
ये भी पढ़े:अर्थव्यवस्था के लिए अच्छी खबर, फिच रेटिंग्स ने बढ़ाया भारत की जीडीपी का अनुमान
अथॉरिटी अधिकारियों ने बताया कि सेक्टर-153 को आईटी के लिए रिजर्व किया गया है. इसमें आईटी और आईटी इंस्टिट्यूट के उपयोग के प्लॉट हैं. इस सेक्टर में मौजूदा समय में कई बड़े ग्रुप आ चुके हैं. डेटा सेंटर से लेकर सॉफ्टवेयर पार्क भी शामिल हैं.
बात अगर कंपनियों की करें तो टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज भी 75 एकड़ में अपना प्रोजेक्ट बना रहा है. इसी कड़ी में ऐस ग्रुप भी में ऐस 153 तैयार कर रहा है. इस आईटी प्लॉट में 10 हजार से ज्यादा लोग काम करेंगे. सॉफ्टवेयर की अग्रिणी कंपनी माइक्रोसॉफ्ट सेक्टर-145 में सॉफ्टवेयर पार्क और डेटा सेंटर बनाने जा रही है.
अग्रवाल असोसिएट्स ग्रुप को सेक्टर-140 ए में 55 हजार वर्ग मीटर जमीन पर आईटी पार्क बनाने जा रहा है, जमीन आवंटित हो चुकी है.एडवर्ब ने अभी हाल ही में एक्सप्रेस-वे किनारे सॉफ्टवेयर डिवेलपमेंट सेंटर शुरू किया है. सैमसंग और एचसीएल पहले से एक्सप्रेस-वे किनारे हैं यानी हर नामी-गिरामी कंपनी के ऑफिस आपको आनेवाले वक्त में यहां दिखेंगे.