RBI MPC Meeting June 2023: रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया यानी RBI ने गुरुवार को ई-रूपी वाउचर (e-rupee voucher) के बारे में बड़ा ऐलान किया. उन्होंने कहा कि अब नॉन-बैंकिंग कंपनियां भी प्रीपेड पेमेंट इंस्ट्रूमेंट के जरिए ई-रूपी वाउचर जारी कर सकेंगी. आरबीआई के गवर्नर शक्तिकांत दास ने क्रेडिट पॉलिसी ऑफर करने के दौरान ये बात कही. इसके अलावा केंद्रीय बैंक ने इंडिविजुअल की ओर से ई-रूपी वाउचर जारी करने की भी मंज़ूरी दी है.
आरबीआई गवर्नर ने कहा कि इससे देश में डिजिटल पेमेंट को बढ़ावा मिलेगा. अभी तक बैंक केवल कुछ खास उद्देश्यों जैसे- हॉस्पिटल बिल के पेमेंट आदि के लिए ही ई-रूपी वाउचर जारी कर रहे थे. नॉन- बैंकिंग कंपनियों को मंज़ूरी देने से अब इसका दायरा और बढ़ने वाला है.
यह कैश का ही इलेक्ट्रॉनिक रूप होता है. ये कुछ हद तक क्रिप्टोकरेंसी जैसे काम करता है. इसमें ट्रांजेक्शन के लिए किसी बैंक या वॉलेट की ज़रूरत नहीं पड़ती है. ई-रूपी डिजिटल वाउचर को अगस्त 2021 में लॉन्च किया गया था. नेशनल पेमेंट कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) ने इसे तैयार किया है. इस ई-रूपी डिजिटल वाउचर पर एक QR Code होता है जिसे स्कैन करके तुरंत पैसे ट्रांसफर (Money Transfer) किये जा सकते हैं. इसे एक प्रीपेड वाउचर की तरह इस्तेमाल किया जा सकता है.
इसके साथ ही आरबीआई ने बैंकों को विदेश जाने वाले भारतीयों को Rupay प्रीपेड फॉरेन एक्सचेंज (फॉरेक्स) कार्ड जारी करने की मंज़ूरी देने का भी फैसला लिया है. इससे विदेश जाने वाले भारतीयों के लिए पेमेंट के ऑप्शन बढ़ जायेंगे. इसके साथ ही रूपे कार्ड्स को फॉरन ज्यूरिस्डिक्शन में जारी करने के उपाय भी किए जायेंगे.