पिछले कुछ महीनों से शेयर बाजार में जोरदार तेजी देखने को मिल रही है. दरअसल अभी हाल ही में सेंसेक्स ने नई ऊंचाई को छुआ है. अब बड़ा सवाल यह है कि आपको अपने म्यूचुअल फंड निवेश का प्रबंधन कैसे करना चाहिए? क्या पोर्टफोलियो को पुनर्संतुलित करने का समय आ गया है या मुनाफा वसूली करने का समय आ गया है?
आनंद राठी वेल्थ की उपाध्यक्ष (म्यूचुअल फंड रिसर्च) श्वेता रजनी का कहना है कि यह मुनाफा वसूली करने का समय नहीं है. वह कहती हैं, 'बाजार इस समय उचित मूल्य पर हैं और यहां तेजी की संभावना है.'
रजनी का सुझाव है कि मुनाफावसूली तभी की जानी चाहिए जब किसी का वांछित इक्विटी आवंटन हासिल हो गया हो. अन्यथा, निवेशकों को अपने पोर्टफोलियो के मार्केट कैप मिश्रण पर दोबारा गौर करना चाहिए. यदि किसी का पोर्टफोलियो लार्ज-कैप भारी है, तो वह स्मॉल-कैप की ओर आवंटन बढ़ाने का सुझाव देती है.
म्यूचुअल फंड में नए निवेशकों के लिए, रजनी लार्ज-कैप में 50%, मिड-कैप में 20% और स्मॉल-कैप में 30% के मिश्रण की सलाह देते हैं.