रिटायरमेंट जीवन के परिवर्तन का एक अहम मोड है, जीवन के इस वक़्त में हर किसी के उचित फाइनेंसियल मैनेजमेंट की आवश्यकता होती है. इन्वेस्ट स्मार्ट के इस एपिसोड में, वित्तीय विशेषज्ञ लोवाई नवलखी ने रिटायरमेंट के बाद इन्वेस्टमेंट के प्रबंधन पर बहुमूल्य जानकारी साझा की.
लोवैई ने रिटायरमेंट से पहले एक मजबूत वित्तीय नींव रखने के महत्व पर जोर दिया. इसमें एक इमरजेंसी फंड शामिल है जो न केवल कुछ महीनों बल्कि 12 से 15 महीनों तक के खर्चों को कवर करती है. रेग्युलर इनकम की समाप्ति के साथ, रिटायरमेंट के वक़्त लोगों को यह सुनिश्चित करने की आवश्यकता होती है कि उनके पास भरोसा करने के लिए एक सुरक्षा घेरा है.
इसके अलावा, अपने स्वास्थ्य की सुरक्षा करना महत्वपूर्ण है. लोवाई नवलखी ने कहा, गंभीर बीमारियों के लिए कवरेज सहित स्वास्थ्य बीमा, आपकी रिटायरमेंट प्लानिंग का हिस्सा होना चाहिए.
उन्होंने कुछ सामान्य गलतियों का ज़िक्र किया जिनसे सेवानिवृत्त लोगों को बचना चाहिए. सबसे पहले, रिटायरमेंट के लिए पहले से योजना न बनाना नुकसानदायक हो सकता है. एक मजबूत फाइनेंसियल सपोर्ट बनाने के लिए रिटायरमेंट योजना जल्दी शुरू होनी चाहिए. दूसरे, रिटायरमेंट लेने वाले लोगों को वित्तीय सलाहकारों से मार्गदर्शन लेना चाहिए जो इस महत्वपूर्ण चरण के दौरान सहायता और सही मार्गदर्शन प्रदान कर सकते हैं.
रिटायरमेंट के बाद वित्त प्रबंधन के लिए सावधानीपूर्वक योजना, परिसंपत्ति आवंटन के लिए संतुलित दृष्टिकोण और भावनात्मक पहलुओं की स्पष्ट समझ की आवश्यकता होती है. सही रणनीतियों और मार्गदर्शन के साथ, रिटायरमेंट लेने वाले लोग अपनी रिटायरमेंट के पूरे वर्षों में वित्तीय सुरक्षा और मानसिक शांति का आनंद ले सकते हैं.