भारत की सबसे बड़ी FMCG कंपनी, हिंदुस्तान यूनिलीवर ने कहा है कि वह अपने आइसक्रीम बिज़नेस के लिए कई ऑप्शंस पर विचार कर रही है. HUL ऐसा इसलिए कर रही है क्योंकि उसकी पैरेंट कंपनी यूनिलीवर बाकी बाज़ारों में अपने आइस क्रीम बिज़नेस को मुख्य कंपनी से अलग करने का फैसला कर चुकी है. यूनिलीवर का कहना है कि ऐसा करने से उसकी मुख्य बिज़नेस की क्षमता में सुधार होगा. हालांकि इससे लगभग 7,500 नौकरियों के खत्म होने का अनुमान है.
यूनिलीवर पीएलसी के रिस्ट्रक्चरिंग प्लान की वजह से 7,500 कर्मचारियों की छंटनी होने वाली है.
हिन्दुस्तान यूनिलीवर ने अपने आइसक्रीम व्यवसाय को लेकर मंगलवार को घोषणा की,कंपनी ने कहा की हिंदुस्तान यूनिलीवर आइसक्रीम व्यवसाय के भविष्य के लिए विभिन्न विकल्पों का मूल्यांकन कर रहा है.
जब भारतीय व्यवसाय पर इस कदम के प्रभाव के बारे में पूछा गया, तो यूनिलीवर की भारतीय सब्सिडियरी (एचयूएल) ने कहा कि वह विभिन्न विकल्पों का मूल्यांकन कर रही है.
एचयूएल प्रवक्ता ने यूनिलीवर के निर्णय के भारतीय व्यवसाय पर प्रभाव के बारे में कंपनी ने कहा, "भारतीय आइसक्रीम व्यवसाय के संदर्भ में, हम इस घोषणा के प्रकाश में विभिन्न विकल्पों का मूल्यांकन कर रहे हैं. हम आगामी महीनों में एचयूएल बोर्ड और यूनिलीवर प्रबंधन के साथ उसकी चर्चा करेंगे. एक बार दृष्टि तय हो जाए, हम आगे सूचित करेंगे," .
आइसक्रीम व्यापार ने एचयूएल की आय में करीब 3 प्रतिशत यानी ₹ 59,144 करोड़ का योगदान किया था.