How Adani Group makes money? : क्या आपने सोचा है कि भारत के नामचीन उद्योगपति घरानों में शुमार अडानी ग्रुप कमाई कहां कहां से करता (How Adani Group make money?) है? आइए आज इसी को समझने की कोशिश करते हैं:
अडानी ग्रुप एक मल्टीनेशनल कांग्लोमरेट है. इसका हेड ऑफिस अहमदाबाद में है... ग्रुप की स्थापना हुई थी 1988 में अडानी एंटरप्राइजेज (Adani Enterprises) के रूप में... तब इसे कमोडिटी ट्रेडिंग बिजनेस के तौर पर शुरू किया गया था. लेकिन आज ग्रुप पोर्ट मैनेजमेंट, इलेक्ट्रिक पावर जनरेशन और ट्रांसमिशन, रिन्यूएबल एनर्जी, माइनिंग, एयरपोर्ट ऑपरेशन, नेचरल गैस, फूड प्रोसेसिंग और इंफ्रास्ट्रक्चर तक पैर फैला चुका है...
अप्रैल 2021 में, अडानी ग्रुप का मार्केट कैप 100 बिलियन डॉलर को पार कर गया और अप्रैल 2022 में इसने 200 बिलियन अमेरिकी डॉलर का आंकड़ा भी क्रॉस कर लिया... ग्रुप, टाटा और रिलायंस के बाद इस ऊंचाई को छूने वाला तीसरा समूह था... नवंबर 2022 में इसके मार्केट कैप ने US$280 बिलियन का आंकड़ा भी पार कर लिया और टाटा ग्रुप को पीछे छोड़ दिया... लेकिन कंपनी के बुरे दिन शुरू हुए हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट के बाद... ग्रुप पर धोखाधड़ी और हेरफेर के आरोपों ने ऐसा असर किया कि अडानी ग्रुप ने 104 बिलियन अमेरिकी डॉलर का मार्केट कैप गंवा दिया...
सबसे पहले बात एनर्जी एंड यूटिलिटी सेक्टर (Adani in Energy and Utilities Sector) की... ग्रुप ने यहां बड़ा निवेश किया हुआ है... यही सेक्टर अडानी की असली ताकत भी है.... अडानी ग्रुप आने वाले 10 सालों में करीब 100 अरब डॉलर का निवेश करने की योजना बना रहा है. निवेश का 70 फीसदी हिस्सा एनर्जी ट्रांजिशन के लिए इस्तेमाल किया जाएगा.
अडानी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड भारत में रिन्यूएबल एनर्जी की सबसे बड़ी कंपनियों में शामिल है. कंपनी सोलर और विंड प्रोजेक्ट से ऊर्जा पैदा करती है और इसे सरकारों को बेचती है. इसका लक्ष्य 2030 तक दुनिया की सबसे बड़ी रिन्यूएबल एनर्जी कंपनी बनने का है.
अडानी ग्रुप सोलर पैनल की मैन्युफैक्चरिंग भी करता है. ये कंपनी अडानी सोलर नाम से काम करती है. 1.5 GW capacity के सोलर पैनल बनाने के साथ कंपनी रिसर्च और डेवलपमेंट का काम भी करती है.
अडानी का ट्रांसमिशन बिजनेस भारत में प्राइवेट सेक्टर की सबसे बड़ी ट्रांसमिशन कंपनियों में से एक है. कंपनी का दावा है कि उसने इस काम में ग्लोबल स्टैंडर्ड को फॉलो किया हुआ है.
अडानी ग्रुप माइनिंग में बड़े स्तर पर काम करता है. ग्रुप ने इस कारोबार की शुरुआत 2007 में की थी. आज ग्रुप इंडोनेशिया और ऑस्ट्रेलिया में भी माइनिंग प्रोजेक्ट पर काम कर रहा है.
अडानी का गैस डिस्ट्रिब्यूशन बिजनेस 8 हजार किमी पाइपलाइन नेटवर्क के साथ 5 लाख ग्राहकों तक फैला हुआ है.
अडानी पावर जनरेशन, ट्रांसमिशन और इलेक्ट्रिसिटी के रिटेल डिस्ट्रिब्यूशन कारोबार में भी है. Adani Electricity Mumbai Ltd (AEML), अडानी ट्रांसमिशन लिमिटेड की सब्सिडियरी है. ये मुंबई में 400 स्क्वेयर किमी एरिया में बिजली सप्लाई का काम संभालती है.
अडानी का थर्मल पावर पोर्टफोलियो 12,410 MW का है. इसमें Mundra (Gujarat), Tiroda (Maharashtra), Kawai (Rajasthan), Udupi (Karnataka) और, Korba व Raikheda (Chhattisgarh) के प्लांट शामिल हैं.
अब बात करते हैं ट्रांसपोर्टेशन एंड लॉजिस्टिक्स (Adani in Transportation and Logistics) की...
अडानी भारत का सबसे बड़ा कमर्शियल पोर्ट ऑपरेटर है. समंदर से लगे 8 राज्यों के 13 डोमेस्टिक पोर्ट तक इसका कारोबार फैला हुआ है.
15 हजार हेक्टेयर में फैला मुंद्रा इकनॉमिक हब भारत में एक्सपोर्ट और इंपोर्ट का गेटवे है. इस पोर्ट को इंडस्ट्रियल लैंड के रूप में डेवलप अडानी ने ही किया है.
अडानी का ये बिजनेस अनाज को स्टोर करने और उसका ट्रांसपोर्टेशन करने का काम करता है. 2007 में फूड कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया ने इसे देश का पहला मॉडर्न ग्रेन स्टोरेज इंफ्रास्ट्रक्चर बताया था.
अडानी देश में सबसे बड़ी प्राइवेट ट्रेन ऑपरेटर भी है. ग्रुप 66 मालगाड़ियां चलाता है. इनकी मदद से वह हर तरह के प्रॉडक्ट को पोर्ट से उठाकर देश के कोने कोने में पहुंचाता है.
अब बात आती है इन्क्यूबेशन (Adani in Incubation) की...
अडानी ग्रुप ने वर्ल्ड क्लास पैकेजिंग ऑपरेशन और स्टोरेस फैसिलिटी का काम भी फैला रखा है. हिमाचल प्रदेश के सेबों को ग्रुप 'Farm-Pik' के नाम से ट्रांसफॉर्म करता है.
भारत की इंटरनेट जरूरत को समझते हुए अडानी ग्रुप ने डेटा सेंटर के कारोबार में भी पैर जमा लिए हैं. Adani Enterprises Ltd (AEL) देशभर में डेटा सेंटर तैयार करती है.
अडानी नेशनल हाइवे, एक्सप्रेसवे, टनल, मेट्रो रेल, रेलवे आदि पर भी काम करती है. ग्रुप ने भारत और विदेशों में कई रेल लाइन बिछाने के प्रोजेक्ट भी पूरे किए हैं. अडानी के पास भारत में 300 किमी के रेल नेटवर्क हैं.
अडानी ने वाटर सप्लाई, वाटर डिस्ट्रिब्यूशन और डीसैलिनेशन प्रोजेक्ट पर भी पैर आगे बढ़ा दिए हैं.
Adani Defence and Aerospace डिफेंस प्रॉडक्ट को बनाने पर काम करता है.
अडानी ग्रुप एयरपोर्ट के इंफ्रास्ट्रक्चर और ट्रांसपोर्टेशन बिजनेस को भी संभालता है. यह एयरपोर्ट्स को ऑपरेट करने, मैनेज करने और डेवलप करने का काम भी करता है.
ग्रुप के दूसरे बिजनेस में एडिबल ऑयल और फूड का कारोबार है जिसे कंपनी सिंगापुर की विल्मर इंटरनेशनल लिमिटेड के साथ जॉइंट वेंचर में करती है. अडानी रियल एस्टेट, फाइनेंशियल सर्विसेस और हाउसिंग फाइनेंस में भी काम करती है.
ये भी देखें- Hindenburg Report: एक रिपोर्ट और धड़ाम हो गया ग्रुप! Gautam Adani के लिए एक हफ्ते में कैसे बदल गए हालात?