Godrej : गोदरेज 1958 में रेफ्रिजरेटर बनाने वाली पहली भारतीय कंपनी थी और तब से कंपनी ने वॉशिंग मशीन, एयर कंडीशनर, माइक्रोवेव ओवन, एयर कूलर, डीप फ्रीजर,जैसी कई अन्य श्रेणियों में अपने पोर्टफोलियो का विस्तार किया है. गोदरेज परिवार देश के शीर्ष बिज़नेस फॅमिली में से एक है. गोदरेज परिवार अपने विशाल ग्रुप को औपचारिक रूप से विभाजित करने वाला है. मामले की जानकारी रखने वाले लोगों ने बताया है, कि परिवार के दो गुटों ने अब एक-दूसरे की कंपनियों के बोर्ड से इस्तीफा दे दिया है और जल्द ही एक-दूसरे की कंपनियों में हिस्सा बेच देंगे.
साल की शुरुआत में आदि और नादिर गोदरेज ने गोदरेज एंड बॉयस के बोर्ड से इस्तीफा दिया है. जमशेद गोदरेज ने जीसीपीएल और गोदरेज प्रॉपर्टीज के बोर्ड से इस्तीफा दिया है. विभाजन परिवार की दो शाखाओं के बीच हो रहा है. जिसमें एक तरफ आदि गोदरेज और भाई नादिर है तो दूसरी तरफ चचेरे भाई जमशेद गोदरेज और उनकी बहन स्मिता गोदरेज कृष्णा हैं. गोदरेज इंडस्ट्रीज एंड एसोसिएट्स का नेतृत्व आदि गोदरेज और उनके भाई करते हैं. वहीं गोदरेज एंड बॉयस (जी एंड बी) का नेतृत्व जमशेद गोदरेज और उनकी बहन करती हैं.
इस मामले से जुड़े लोगों के अनुसार, गोदरेज एंड बॉयस (जीएंडबी) के अधीन रहेंगी करीब 3400 करोड़ रुपये की अनुमानित अचल संपत्ति। स्वामित्व अधिकारों को नियंत्रित करने के लिए एक अलग समझौते पर काम किया जाएगा. गोदरेज ग्रुप में पांच लिस्टेड कंपनियां शामिल हैं: जीसीपीएल, गोदरेज प्रॉपर्टीज, गोदरेज इंडस्ट्रीज, गोदरेज एग्रोवेट, और एस्टेक लाइफसाइंसेज. इनकी मार्केट कैप पिछले सप्ताह को बाजार बंद होने पर 2.34 लाख करोड़ रुपये थी. पांच लिस्टेड कंपनियों ने वित्त वर्ष 23 में लगभग 42,172 करोड़ रुपये का राजस्व और 4,065 करोड़ रुपये का लाभ दर्ज किया है.
जानकारों के अनुसार, गोदरेज फैमिली काउंसिल दो महत्वपूर्ण बिंदुओं से जुड़ी मुख्य बारीकियों को सुलझा रही है. जिसमें विभाजन के बाद गोदरेज ब्रांड नाम का उपयोग, संभावित रॉयल्टी भुगतान और जीएंडबी के पास मौजूद भूमि का मूल्यांकन शामिल है. ऊपर बताए गए लोगों ने बताया कि भविष्य की पीढ़ियों के लिए स्वामित्व स्थापित करने के उद्देश्य से विभाजन पर करीब तीन साल से काम चल रहा है.