Godrej Family Split : देश की दिग्गज बिज़नेस फैमिली गोदरेज ग्रुप में बंटवारा, जानिए पूरी खबर

Updated : May 01, 2024 15:23
|
Editorji News Desk

भारत की आजादी के पहले से कारोबार करने वाले गोदरेज ग्रुप से जुड़ी एक खबर सामने आई है. दिग्गज गोदरेज ग्रुप रियल एस्टेट से लेकर कंज्यूमर प्रोडक्ट्स तक हर सेक्टर में फैला हुआ है. खबर गोदरेज फॅमिली में बंटवारे को लेकर है, गोदरेज ग्रुप में बंटवारा हो गया है और अब गोदरेज ग्रुप का बिजनेस दो हिस्सों में बंट गया है.

शेयर बाजार में लिस्टेड गोदरेज फर्में आदि गोदरेज और उनके भाई नादिर गोदरेज को मिला है. वहीं ग्रुप की नॉन-लिस्टेड कंपनियां चचेरे भाई जमशेद और उनकी बहन स्मिता के हिस्से में आई है. Godrej Family में इस बंटवारे को लेकर एक समझौते पर साइन होने के बाद ग्रुप का कारोबार बांटे जाने का ऐलान किया गया है.बाजार में गोदरेज ग्रुप का टोटल वैल्यूएशन 2.34 लाख करोड़ रुपये है.

आदि और नादिर गोदरेज के हिस्सें आने वाली कंपनियां 

82 साल के आदि गोदरेज और उनके भाई 73 साल के नादिर गोदरेज को गोदरेज इंडस्ट्रीज (Godrej Industries), गोदरेज कंज्यूमर प्रोडक्ट्स (Godrej Consumer Products), गोदरेज प्रोपर्टीज (Godrej Properties), गोदरेज एग्रोवेट (Godrej Agrovet) और एस्टेक लाइफ साइंसेज (Astech Life Sciences) जैसी कंपनियां मिली है.  

जमशेद और स्मिता को बंटवारे में मिली हिस्सेदारी 

आदि और नादिर गोदरेज के चचेरे भाई-बहन जमशेद और स्मिता को गैर-सूचीबद्ध कंपनी गोदरेज एंड बॉयस (Godrej And Boyce) का मालिकाना हक़ दिए जाने पर सहमति बनी है. भाई जमशेद गैर-सूचीबद्ध गोदरेज एंड बॉयस मैन्युफैक्चरिंग कंपनी के अध्यक्ष हैं, जबकि बहन स्मिता कृष्णा और ऋषद गोदरेज की भी गोदरेज एंड बॉयस में हिस्सेदारी है, जिनके पास विक्रोली की अधिकांश संपत्ति है. मुंबई में ये लैंड बैंक 3400 एकड़ का है. गौरतलब है कि विक्रोली मुंबई का एक उपनगर है और गोदरेज एंड बॉयसे के पास यहां पर जो 3,400 एकड़ जमीन है

 

Godrej

Recommended For You

editorji | बिज़नेस

Petrol Diesel Rates on July 05, 2024: पेट्रोल-डीजल की नई कीमतें हुईं अपडेट, चेक करें

editorji | भारत

Mukesh Ambani और Sonia Gandhi में क्या हुई बातचीत? मुलाकात के पीछे थी ये बड़ी वजह

editorji | बिज़नेस

Share Market की उड़ान जारी, लगातार दूसरे दिन बना ये बड़ा रिकॉर्ड

editorji | बिज़नेस

'Koo' होगा बंद, कंपनी के को-फाउंडर्स ने दी जानकारी

editorji | बिज़नेस

India में गरीबी घटकर 8.5 प्रतिशत पर आईः NCAER Study