Go First Airways: कैश की कमी के चलते एयरलाइन गो फर्स्ट (Go First) दिवालिया होने की कगार पर पहुंच गई है. Go First के पास कुल 11,463 करोड़ रु. बकाया हैं जिसका भुगतान उसे बैंक, लोन संस्थान, वेंडर और एयरक्राफ्ट लेसर्स को करना है. इसमें से कंपनी को बैंकों को 6,521 करोड़ रु. का भुगतान करना है. बता दें कि एयरलाइन ने नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल यानी NCLT में वॉलंटरी इनसॉल्वेंसी प्रॉसिडिंग (Voluntary Insolvency Proceeding) के लिए एप्लीकेशन भी सबमिट की है. द हिंदू के मुताबिक, तेल कंपनियों की बकाया राशि का भुगतान न कर पाने की वजह से कंपनी ने 3, 4 और 5 मई के लिए फ्लाइट सस्पेंड कर दी हैं.
बता दें कि कंपनी ने इंजन सप्लायर कंपनी प्रैट एंड व्हिटनी (पीएंडडब्ल्यू) से इंजन नहीं मिल पाने को इसकी सबसे बड़ी वजह बताया है. एयरलाइन ने कहा कि इंजन कंपनी पीएंडडब्ल्यू को 27 अप्रैल, 2023 तक कम से कम 10 स्पेयर लीज्ड इंजन और 10 और इंजन देने को कहा गया था, लेकिन पीएंडडब्ल्यू ने ऐसा नहीं किया. इसका असर कंपनी की कमाई पर पड़ा है और विमानों का संचालन नहीं हो सका.