FSSAI Survey: नकली दूध और इससे बने प्रोडक्ट्स पर बैन लगाने के लिए फूड सेफ्टी एंड स्टैंडर्ड्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया (FSSAI) पूरे देश में अभियान चलाने जा रहा है. इसके तहत देश के हर राज्य के अलग- अलग हिस्सों से दूध और इससे बने प्रोडक्ट जैसे- दही, पनीर, घी, बटर, आइसक्रीम, मावा और छेना आदि के सैंपल इकट्ठा कर जांच की जाएगी. अगर ये प्रोडक्ट नकली होते हैं और उनमें मिलावट होती है तो FSSAI इनके खिलाफ एक्शन लेगा और रिपोर्ट के मुताबिक गाइडलाइन जारी करेगा. इस जांच में संगठित और असंगठित दोनों तरह के सेक्टर को शामिल किया गया है.
BusinessLine की रिपोर्ट के मुताबिक, FSSAI ने बताया कि मिल्क और मिल्क प्रोडक्ट्स की जांच करने के पीछे ये वजह है कि दूध भारत की फूड कल्चर (Food Culture) का एक अभिन्न अंग है. देश में हर आयु वर्ग के लोग दूध और दूध से बनी चीजों का सेवन करते हैं. लाइफस्टाइल बदलने के साथ ही लोग आजकल अपनी हेल्थ पर काफी ध्यान दे रहे हैं जिस वजह से देश में दूध और मिल्क प्रोडक्ट्स को काफी कंज्यूम किया जा रहा है. इस सर्वे में FSSAI क्वालिटी और सेफ्टी स्टैंडर्ड्स (Quality & Safety Standards) दोनों का ही मूल्यांकन करेगा. बता दें कि 2011 से FSSAI अब तक मिल्क और मिल्क प्रोडक्ट्स से संबंधित 5 सर्वे कर चुका है.