Arhar Dal Prices: अरहर (तुअर) दाल की बढ़ती कीमतों से जूझ रही आम जनता को राहत दिलाने के लिए सरकार जल्द ही इसकी सरकारी खरीद को बढ़ाकर 8-10 लाख टन (LMT) करने जा रही है. जबकि पहले कुछ ही लाख टन अरहर दाल खरीदने का प्लान था.
इकोनॉमिक टाइम्स के मुताबिक, एक सीनियर अधिकारी ने बताया कि केंद्र सरकार जल्द ही अरहर दाल की सरकारी खरीद को बढ़ाने जा रही है. अरहर दाल की ये खरीद मार्केट रेट्स पर प्राइस स्टेबलाइजेशन फंड (PSF) के जरिए होगी. ये खरीद मार्केट रेट पर नेशनल एग्रीकल्चरल कोऑपेरटिव मार्केटिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया (NAFED) और नेशनल कोऑपरेटिव कंज्यूमर्स फेडरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (NCCF) की जाएगी. ये मार्केट रेट मिनिमम सपोर्ट प्राइस (MSP) से कहीं ज्यादा है. इससे दाल किसानों को ज्यादा दाल पैदा करने के लिए प्रोत्साहन मिल सकेगा.
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सरकारी एजेंसियां सीधे किसानों से ये दाल खरीद सकेंगी. अरहर दाल खरीदने की शुरुआत खरीफ की फसल मार्केट में आने के साथ हो जाएगी.
बता दें कि अरहर दाल की खपत देश में सबसे ज्यादा होती है. पिछले कुछ समय से इस दाल की कीमतें 40 फीसदी तक बढ़ी हैं. दरअसल इस साल अरहर दाल की पैदावार कम हुई जिस वजह से इसकी सप्लाई में भी कमी आई है. सप्लाई में तो कमी आई लेकिन मांग में कमी नहीं आई जिसके चलते अरहर दाल के दाम बढ़ गए. पिछले साल अरहर दाल की कीमत 110-112 रुपये प्रति किलो थी जो कि इस साल बढ़कर 158 रुपये प्रति किलो पर जा पहुंची है.
इससे पहले भी केंद्र सरकार ने सितंबर के आखिरी हफ्ते में दालों की बढ़ती कीमतों के मद्देनजर अरहर और उडद दाल की स्टॉक लिमिट की अवधि को 30 अक्टूबर से बढ़ाकर 31 दिसंबर कर दिया था. ये फैसला जमाखोरी को रोकने और रिटेल ग्राहकों को सही दाम पर दाल उपलब्ध कराने के लिए लिया गया था.
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